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इंडिया न्यूज:
दुनियाभर में हर साल 25 मई को विश्व थायराइड दिवस मनाया जाता है। यह खास दिन थायरायड के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए मनाया जाता है। तो चलिए आज 25 मई 2022 को थायराइड दिवस के मौके पर जानते हैं क्या है थायराइड, कितने प्रकार का होता है।
थायरायड तितली के आकार की ग्रंथि होती है। थायरायड ग्लैंड गले में ठीक नीचे की तरफ मौजूद होता है। यह एंडोक्राइन ग्रंथि हार्मोन बनाती है। इस ग्रंथि से निकलनेवाला हॉर्मोन खून के जरिए हमारे पूरे शरीर में प्रवाहित होता है और शरीर के लगभग हर हिस्से को इसकी जरूरत होती है। बताया जाता है कि थायरायड हार्मोन शरीर के अंगों के सामान्य कामकाज के लिए जरूरी होते हैं। ग्रंथि के ज्यादा या कम मात्रा में हार्मोन बनाने पर थायरॉइड की समस्या उत्पन्न होने लगती है। इसकी वजह से शरीर की प्रत्येक कोशिका प्रभावित होने लगती है।
थायराइड दो प्रकार के होता है। हाइपरथायराइडिज्म और हाइपोथायराइडिज्म। हाइपरथायराइडिज्म में थायराइड हार्मोन अधिक मात्रा में बनने लगते हैं और टी3 (थायरोक्सिन) और टी4 (ट्रायोडोथायरोनिन) का स्तर बढ़ने एवं टीएसएच का स्तर घटने लगता है। जबकि थायराइड के दूसरे प्रकार हाइपोथायराइडिज्म में थायराइड हार्मोन कम बनने लगते हैं और टी 3 एवं टी 4 का सीरम लेवल घटने तथा टीएसएच का स्तर बढ़ने लगता है।
थायराइड दिवस हर साल 25 मई को विश्व स्तर पर मनाया जाता है। डब्ल्यूटीडी का मुख्य उद्देश्य थायराइड के महत्व और थायराइड रोगों की रोकथाम और उपचार के बारे में जागरूक करना है। इस दिन की स्थापना 2008 में यूरोपियन थायराइड एसोसिएशन और अमेरिकन थायराइड एसोसिएशन के नेतृत्व में अभियान के एक भाग के रूप में की गई थी, जिसके बाद लैटिन अमेरिकी थायराइड सोसाइटी और एशिया ओशनिया थायराइड एसोसिएशन ने थायराइड रोग के रोगी और उनका इलाज करने वाले डॉक्टर और चिकित्सक के सम्मान में मनाया। तब से थायराइड दिवस हर साल 25 मई को मनाया जाने लगा है।
अमेरिकन थाइरायड एसोशिएशन मुताबिक 35 साल की उम्र से थाइरायड की जांच करानी शुरू कर देनी चाहिए और हर 5 साल बाद इसकी जांच नियमित तौर पर करानी चाहिए। ताकि आप इस गंभीर बीमारी से बच सकें। यह बात महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए है।
स्वस्थ वजन बनाए रखने के लिए फाइबर से समृद्ध और कम वसा वाले आहार लें। कुछ न कुछ शारीरिक गतिविधि करते रहें। तनाव से थायरॉइड विकारों को बढ़ने का मौका मिलता है, इसलिए तनाव से बचने की कोशिश करें। तला हुआ भोजन कम से कम खाने की कोशिश करें। ऐसा भोजन करने से दवा का असर कम हो जाता है। अधिक चीनी खाने से बचे। कॉफी में मौजूद एपिनेफ्रीन और नोरेपिनेफ्रीन थायराइड को बढ़ावा देते हैं। इसलिए इससे दूरी बनाना ही बेहतर है। हर प्रकार की गोभी खाने से बचें। सोया खाने से बचें। लेकिन कहा जाता है कि थायराइड की दवा खाने के 4 घंटे बाद इसका सेवन कर सकते हैं।
World Thyroid Day Today 2022: Special on World Thyroid Day
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