संबंधित खबरें
महाकुंभ भगदड़ का खौफ, 25% श्रद्धालुओं ने कैंसिल की जाने की प्लानिंग, इन लोगों को चुकानी पड़ेगी कीमत
बजट पर कांग्रेस की मुहावरेबाजी, Rahul Gandhi ने कहा- 'गोली के जख्म पर Band-Aid', तो खरगे ने भी छेड़ा राग…
बजट छोड़िए सदन में लग गई Akhilesh Yadav को गंदी डांट, ओम बिरला ने सिखाई 'मर्यादा', सामने आया शॉकिंग वीडियो
कल्याण बनर्जी और जगदंबिका पाल के बीच तीखी तकरार,वक्फ की JPC बैठक में क्यों मचा बवाल?
दिल्ली चुनाव से पहले हो गया बड़ा खेला, AAP को छोड़कर भाजपा में शामिल हुए 8 विधायक, कैसे मुंह दिखाएंगे केजरीवाल?
Mahakumbh Stampede Video: दिल दहला देगा महाकुंभ में हुई भगदड़ का नया वीडियो, देखें कैसे गई 30 जाने?
India News (इंडिया न्यूज), Patanjali: पतंजलि के “भ्रामक और झूठे” विज्ञापन मामले पर सुप्रीम कोर्ट का बयान सामने आया है। जिसमें अदालत की ओर से कहा गया कि “आँखें बंद करके बैठी सरकार” को कार्रवाई करनी चाहिए।
Also Read: US: डोनाल्ड ट्रंप अगर राष्ट्रपति बने तो ये दो उम्मीदवार हो सकते हैं उपराष्ट्रपति के दावेदार
सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल नवंबर में Patanjali आयुर्वेद को कई बीमारियों के इलाज के लिए उसकी दवाओं के बारे में विज्ञापनों में “झूठे” और “भ्रामक” दावे करने के प्रति आगाह किया था। शीर्ष अदालत ने केंद्र की ओर से पेश वकील से भ्रामक चिकित्सा विज्ञापनों के मुद्दे का समाधान खोजने को कहा है। पीठ ने कहा, “यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार को तत्काल कुछ कार्रवाई करनी होगी।”
Also Read: भारत के पहले अंतरिक्ष यात्रियों के नाम से उठा पर्दा, पीएम मोदी ने किया खुलासा
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने कई विज्ञापनों का हवाला दिया था, जिसमें कथित तौर पर एलोपैथी और डॉक्टरों को खराब रोशनी में पेश किया गया था। जिसमें कहा गया था कि आम जनता को गुमराह करने के लिए आयुर्वेदिक दवाओं के उत्पादन में लगी कंपनियों द्वारा भी “अपमानजनक” बयान दिए गए हैं। आईएमए के वकील ने कहा था कि इन विज्ञापनों में कहा गया है कि आधुनिक दवाएं लेने के बावजूद चिकित्सक खुद मर रहे हैं।
Also Read: रेप पीड़िता पर गंडासे किए 15 वार, आरोपी को दरिंदगी की ऐसे मिली सजा, पढ़ के हो…
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.