India News(इंडिया न्यूज),Modi 3.0: भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में किसी मुस्लिम नेता को एंट्री नहीं मिली है। पीएम मोदी समेत कुल 72 मंत्रियों में एक भी मुस्लिम नहीं है, लेकिन अल्पसंख्यक समुदाय से 5 मंत्री जरूर हैं। इनमें से एक मंत्री जॉर्ज कुरियन की खूब चर्चा हो रही है, जो लोकसभा या राज्यसभा किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं। इसके बावजूद वे अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री हैं। वे केरल के रहने वाले हैं और ईसाई समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। उन्हें मंत्री पद दिए जाने के पीछे की वजह केरल में ईसाइयों को लुभाने की भाजपा की रणनीति बताई जा रही है।
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बता दें कि केरल में हिंदू, मुस्लिम और ईसाई तीनों समुदायों की अच्छी आबादी है। भाजपा को आमतौर पर हिंदुओं के एक वर्ग का समर्थन मिलता है। कांग्रेस की मुसलमानों में अच्छी पैठ है, जबकि ईसाई धर्म के लोग वामपंथी दलों के खेमे में रहे हैं। जिस तरह से जॉर्ज कुरियन को मंत्री पद दिया गया, उससे ज्यादातर लोग हैरान हैं। इतना ही नहीं, खुद जॉर्ज कुरियन भी तब हैरान रह गए, जब उन्हें पता चला कि वे आज मंत्री पद की शपथ लेंगे। जॉर्ज कुरियन के मुताबिक, वे शनिवार शाम को मोदी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह को देखने के लिए दिल्ली आए थे। लेकिन रविवार सुबह उन्हें आश्चर्य हुआ जब उन्हें पता चला कि वे मंत्री पद की शपथ भी लेंगे। उन्हें खुद भी इस बात का अंदाजा नहीं था क्योंकि वे न तो लोकसभा के सांसद हैं और न ही राज्यसभा के।
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वहीं, केरल में ईसाई समुदाय से कई नेता भाजपा में शामिल हुए हैं। फिर भी कुरियन पर भरोसा करने की वजह यह है कि वे भाजपा के प्रति वफादार रहे हैं। वे आरएसएस के छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े रहे हैं। इसके अलावा वे दशकों से भाजपा में सक्रिय हैं। इसलिए उन्हें मौका देना भी वफादारी का इनाम है। इसके अलावा पार्टी ईसाई समुदाय में पला-बढ़ा एक ऐसा नेता तैयार करना चाहती है जिसकी अपनी विचारधारा हो। मंत्री बनने के बाद उन्होंने कहा- अल्पसंख्यक समुदाय के लिए काम करूंगा सिरो-मालाबार कैथोलिक चर्च से जुड़े जॉर्ज कुरियन केरल में काफी सक्रिय रहे हैं। वे राज्य में ईसाई समुदाय के लोगों के बीच भाजपा की पहुंच बढ़ाने की कोशिश करते रहे हैं। अब उनका कहना है कि मुझे अल्पसंख्यक मंत्रालय की जिम्मेदारी मिली है, जिसमें मैं पूरी गंभीरता से काम करूंगा। मैं अपने समुदाय समेत पूरे अल्पसंख्यक समुदाय के कल्याण के लिए काम करूंगा। उन्हें पशुपालन विभाग में राज्य मंत्री की जिम्मेदारी भी दी गई है।