India News (इंडिया न्यूज़), Andhra Pradesh Fake Voters Issues: आंध्र प्रदेश में अगले साल 2024 में विधानसभा और लोकसभा दोनों चुनाव होने हैं। ऐसे में प्रदेश में फर्जी वोटरों का मुद्दा काफी तूल पकड़ता जा रहा है। चुनाव आयोग पर राजनैतिक दल मनमाने तरीके से वोटिंग लिस्ट में बदलाव करने के लगातार आरोप लगा रहे हैं।

इस बारे में बात करते हुए आंध्र प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी मुकेश कुमार मीना ने कहा कि अगर जानबूझकर किसी ने ऐसा किया है तो ऐसा सही नहीं है। क्योंकि ऐसा नहीं होना चाहिए। उन्होंने बताया कि दो महीने पहले वह दो बीएलओ को निलंबित कर चुके हैं। क्योंकि उन दोनों ने जानबूझकर कुछ मतदाताओं के नाम मतदाता लिस्ट से हटा दिए था।

टीडीपी का दावा- 40 लाख फर्जी वोटर शामिल

बता दें कि आंध्र प्रदेश के मतदान सूची को लेकर लगातार ऐसी गड़बड़ियां सामने आ रही हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी मुकेश कुमार मीना ने अब इस बात को कबूल किया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा किजो लोग इसमें शामिल है उन सभी लोगों को दिल्ली तलब किया गया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा यह भी कहा जा रहा है कि इस मुद्दे पर स्टेट इलेक्शन कमीशन ने CEO से भी सफाई की मांग की है।

2019 में शामिल थे 60 लाख फर्जी वोट

दरअसल, साल 2019 विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश की मौजुदा सत्तारुढ़ पार्टी वाईएसआरसीपी, जो उस वक़्त विपक्ष में थी उन्होंने आरोप लगाया था कि करीब 60 लाख फर्जी वोट राज्य में शामिल थे। इसके साथ ही आंध्र प्रदेश के विपक्षी पार्टी तत्तडप ने इस बात का दावा किया है कि मौजुदा वक़्त में भी वोटिंग लिस्ट में करीब 40 लाख फर्जी वोटर शामिल हैं।

सत्तारूढ़ दल को TDP ने ठहराया जिम्मेदार

वहीं राज्य के विपक्षी पार्टी TDP ने चुनाव आयोग की लिस्ट में इतने बड़े पैमाने पर हुए धांधली के लिए सत्तारूढ़ दल को सीधे-सीधे जिम्मेदार ठहराया है।