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India News (इंडिया न्यूज), Telangana Election 2023: तेलंगाना विधानसभा चुनाव पूरा होने में महज कुछ घंटे का समय बचा है। चुनाव प्रचार पूरा हो चुका है। जिसके बाद अब सारा निर्णय मतदाताओं का होगा। तेलंगाना में 119 विधानसभा सीटों पर कल (30 नवंबर) मतदान होना है। जिसके साथ इस साल की सभी विधानसभा चुनाव खत्म हो जाएगी। इसके नतीजे 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे। इस दिन तेलंगाना के साथ मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मिजोरम के भी परिणाम जारी किए जाएंगे। इसी के साथ विधानसभा से हट कर सभी पार्टियों का ध्यान अगले साल (2024) होने वाली लोकसभा चुनाव की ओर होगा।
आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक तेलंगाना में 106 निर्वाचन क्षेत्रों में सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक और 13 वामपंथी उग्रवाद (एलडब्ल्यूई) प्रभावित क्षेत्रों में सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक मतदान डाले जाएंगे। जिसके नतीजे 3 दिसंबर को घोषित होंगे। उससे पहले लोगों की नजर एग्जिट पोल की ओर होगी। एग्जिट पोल तेलंगाना में मतदान खत्म होने के बाद आने की उम्मीद जताई गई है। एक ओर बीआरएस सत्ता में बरकरार रहने की पूरी कोशिश में जुटी है। वहीं कांग्रेस और भाजपा की ओर से भी मतदाताओं की लुभाने की पूरी कोशिश की गई।
पांच राज्यो के चुनाव में Telangana Election 2023 में सबसे लंबी प्रचार अवधि देखी गई। प्रचार के दौरान दोनों राष्ट्रीय पार्टियों ने सत्तारूढ़ बीआरएस को “बी-टीम” के रूप में दिखाया। हालांकि बीआरएस ने किसी भी तरह के गठबंधन का खंडन किया है। साथ ही खुद की पार्टी को टीम-ए बताया है।
बीआरएस ने अपने प्रचार के दौरान कांग्रेस की कमियों को गिनवाया। साथ ही तेलंगाना को राज्य का दर्जा दिलाने में अपने अथक प्रयासों के बारे में भी लोगों को बताया। वहीं कांग्रेस भी बीआरएस सरकार पर जमकर बरसती नजर आई। कांग्रेस की ओर से बीआरएस सरकार के उपर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए गए। इसके अलावा कांग्रेस पार्टी प्रचार के दौरान अपनी “छह चुनावी गारंटी” को दोहराती दिखी। इन दोनों पार्टियों के अलावा भाजपा की ओर से “डबल इंजन सरकार” की आवश्यकता पर जोर दिया गया। साथ ही भाजपा ने बीआरएस और कांग्रेस पर परिवारवाद के गंभीर आरोप लगाती नजर आई।
तेलंगाना में काफी भव्य रुप से प्रचार किए गए। अंतिम दिन तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सभाओं को संबोधित करते नजर आएं। वहीं केसीआर ने 96 चुनावी रैलियों में हिस्सा लिया। तेलंगाना में मतदाताओं को साधने के लिए भाजपा की ओर से पीएम मोदी के साथ राजनाथ सिंह और अमित शाह भी डटे दिखें। वहीं कांग्रेस की तरफ से मल्लिकराजुन खड़गे और राहुल गांधी ने भी पूरी जिम्मेदारी निभाई है।
सीट बंटवारे के समझौते के मुताबिक भाजपा और जन सेना क्रमशः 111 और 8 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं। वहीं कांग्रेस ने एक सीट अपनी सहयोगी पार्टी सीपीएम को दी है। इसके अलावा असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली एआईएमआईएम ने हैदराबाद में नौ सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। वोटिंग के लिए राज्यभर में 35,655 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। वहीं चुनाव के लिए 2.5 लाख से अधिक कर्मचारी ड्यूटी में लगाए गए हैं।
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