India News (इंडिया न्यूज),Telangana: हैदराबाद भीषण जल संकट का सामना कर रहा है। वहीं सार्वजनिक उपयोग के लिए मुफ्त पानी के टैंकरों को अवैध रूप से होटलों और कारखानों में ले जाने के कारण यह समस्या और भी गंभीर हो गया है। निजी पानी के टैंकरों की कीमतें 1,500 – रु से 2,000 प्रति टैंक रुपये तक बढ़ गई हैं। जिससे लोगों पर बोझ बढ़ गया है।

सिस्टम से उठा भरोसा

समस्या को और बढ़ाते हुए कई फिलिंग स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरों के साथ छेड़छाड़ की गई है, जिससे स्थिति पर नजर रखने के प्रयासों में बाधा आ रही है। हैदराबाद मेट्रोपॉलिटन वाटर सप्लाई एंड सीवरेज बोर्ड (एचएमडब्ल्यूएसएसबी) के अधिकारियों और टैंकर मालिकों के बीच मिलीभगत के आरोप सामने आए हैं, जिससे सिस्टम में भरोसा और कम हो गया है।

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पानी की कमी से जूझ रहे हैं मणिकोंडा जैसे समुदाय

टैंकरों को बिस्किट और चॉकलेट कारखानों जैसे व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर पुनर्निर्देशित किए जाने की घटनाएं सामने आई हैं, जबकि कुछ टैंकरों में आवश्यक HMWSSB चिह्नों का अभाव है। इस बीच, मणिकोंडा जैसे समुदाय लंबे समय तक पानी की कमी से जूझ रहे हैं। जिससे निवासी राहत के लिए बेताब हैं। परिवहन के दौरान पानी की बर्बादी, जिसके फैलने के कारण हर महीने अनुमानित 17 लाख लीटर पानी बर्बाद होता है, चुनौती को और बढ़ा देता है।

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