संबंधित खबरें
महाराष्ट्र फतह के बाद फिर से चुनावी तैयारी में जुटे Fadnavis, शरद पवार ने सीधे CM को कर दिया कॉल, राज्य की राजनीति में अभी नहीं थमा है तूफान
GST Council Meeting Highlights: कौड़ियों के दाम में मिलेंगी ये चीजें, निर्मला सीतारमण के इस फैसले से खुशी से उछल पड़े सभी वर्ग के लोग
हिमंत सरकार ने की बड़ी कार्रवाई, असम में 24 घण्टें में 416 लोगों को किया गया गिरफ्तार, बाकी राज्यों के लिए बना रोल मॉडल
कांग्रेस के बुरे दिन बरकरार! हरियाणा, महाराष्ट्र के बाद इस राज्य से आई बुरी खबर, सहयोगी ने ही दे दिया बड़ा घाव
विपक्ष के लगातार अमित शाह पर किए जा रहे हमलों का बीजेपी ने निकाला तोड़, पार्टी जल्द शुरू करेगी ये काम, कांग्रेस और सपा की उड़ने वाली है नींद
'वीटो लगाने की अनुमति नहीं देगा…' जाने बिना नाम लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने किस देश की लगा दी क्लास?
India News (इंडिया न्यूज), Retail Inflation in August 2024: 12 सितंबर (गुरुवार) को जारी आंकड़ों के अनुसार अगस्त में भारत की खुदरा मुद्रास्फीति पिछले पांच वर्षों के निचले स्तर 3.54 प्रतिशत से बढ़कर 3.65 प्रतिशत पर पहुंच गई है। अगस्त की मुद्रास्फीति दर पिछले पांच वर्षों में दूसरी सबसे कम है। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के लिए मुद्रास्फीति दर क्रमशः 4.16 प्रतिशत और 3.14 प्रतिशत रही है। अगस्त के लिए मुद्रास्फीति डेटा विज्ञापन खाद्य मुद्रास्फीति जो उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) का लगभग आधा हिस्सा है। अगस्त में ये बढ़कर 5.66% हो गई। जबकि पिछले महीने यह 13 महीने के निचले स्तर 5.42% पर थी।
इस उछाल के बावजूद मुद्रास्फीति भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की स्वीकार्य सीमा 2-6% के भीतर बनी हुई है। हालांकि यह अभी भी आरबीआई के 4 प्रतिशत के लक्ष्य से नीचे है। जैसा कि गवर्नर शक्तिकांत दास ने रेखांकित किया है। कमजोर रुपया और मानसून के जोखिम के कारण निकट भविष्य में मुद्रास्फीति उच्च स्तर पर बनी रहने की संभावना है। अगस्त में सब्जियों की मुद्रास्फीति बढ़कर 10.71 प्रतिशत हो गई है, जो पिछले महीने 6.83 प्रतिशत थी। यह वृद्धि अनियमित मानसूनी बारिश के कारण फसल की पैदावार पर संभावित असर और बाद में कीमतों में वृद्धि की चिंताओं से जुड़ी है। दालों और अनाजों की मुद्रास्फीति दर क्रमशः 13 प्रतिशत और 7.31 प्रतिशत थी। ईंधन और प्रकाश के लिए अगस्त में मुद्रास्फीति दर -5.31 प्रतिशत थी। जबकि जुलाई में यह -3.66% थी। कपड़े और जूते के क्षेत्र में मुद्रास्फीति 2.72% थी, जबकि आवास क्षेत्र में मुद्रास्फीति दर 2.66% थी।
महाभारत काल के वो 5 विनाशकारी हथियार…जिसके आगे आज का घातक परमाणु बम भी है खाक बराबर!
इस साल जुलाई में माइनिंग और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के खराब प्रदर्शन की वजह से देश की औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर सुस्त पड़कर 4.8 प्रतिशत पर आ गई। औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के संदर्भ में मापा जाने वाला कारखाना उत्पादन जुलाई, 2023 में 6.2 प्रतिशत बढ़ा था। इस साल जुलाई में देश का औद्योगिक उत्पादन सूचकांक 4.8 प्रतिशत बढ़ा था। ऑफिशियल आंकड़ों से पता चलता है कि, मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का उत्पादन जुलाई में 4.6 प्रतिशत बढ़ा है। जबकि एक साल पहले इसी महीने में यह 5.3 प्रतिशत बढ़ा था।
RCB ने जिस गेंदबाज को दिया था खेलने का ऑफर वो कर रहा एकाउंटेंड की नौकरी, जानिए कौन है वो?
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.