इंडिया न्यूज़: (India’s first biological transgender parent) दुनिया में साइंस कहां तक पहुंच चुकी है इस बात का शायद ही अंदाजा लगाया जा सकता है क्योंकि विज्ञान ने अपने पैर ऐसी-ऐसी जगह पसार लिए हैं जहां तक शायद ही किसी ने इस बारे में पहले कभी सोचा होगा। हाल ही में भारत में एक ट्रांसजेंडर पुरुष ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया है। ये अचीवमेंट किसी प्राइवेट हॉस्पिटल नहीं बल्कि कोझिकोड के एक सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों ने हासिल की है। हालांकि, इस खबर के बाद काफी लोगों के दिमाग में एक सवाल भी चल रहा है कि क्या वाकई ये संभव है कि कोई मर्द ट्रांसजेंडर प्रेग्नेंट हो सकता है। तो चलिए जानते हैं कि कैसे इस ट्रांस कपल ने बच्चे को जन्म दिया है।
हाई लिटरेसी रेट को लेकर मशहूर केरल में ट्रांस कपल ने सीज़ेरियन सेक्शन के माध्यम से बच्चे को जन्म दिया है। खास बात ये है कि इस केस में मां ने नहीं बल्कि पिता ने नन्हे बच्चे को जन्म दिया है। इस खबर के बाद से ही हर तरफ इसकी चर्चा हो रही है। लोग ये जनना चाहते हैं कि ये आखिर कैसे संभव हुआ। दरअसल जिया और जहद की मुलाकात 3 साल पहले केरल के कोझिकोड शहर में हुई और देखते ही देखते उनकी दोस्ती प्यार में बदल गई। जिसके बाद दोनों ने साथ रहने का फैसला लिया। जिया शुरुआत में लड़का था और शुरू से ही मां बनना चाहता था, जहद से मिलने के बाद जिया ने अपना जेंडर बदलवाने के बारे में सोचा और इसके बाद वो लड़की से लड़का बन गया। वहीं, जहद भी लड़की से लड़का बन गया लेकिन लड़का बनने के बाद अब जहद ने नन्ही जान को जन्म दिया है।
बच्चे को जन्म देने के बाद जहद की खुशी का ठिकाना नहीं है। बच्चे के आने से मानो उनका परिवार पूरा हो गया है। वहीं ट्रांसजेंडर कम्यूनिटी भी अपने लिए इसे उम्मीद की किरण के रूप में देख रही है। उनका मानना है कि किन्नर समाज शुरू से ही एक ऐसे डर में जीता है जिसे शायद ही बताया जा सके। ऐसे कई ट्रांस पुरुष या महिलाएं हैं जो माता-पिता बनने का सपना देखते हैं लेकिन अपमान के डर की वजह से आगे बढ़ने का साहस नहीं कर पाते हैं।
जहद और जिया ने 2 साल पहले जेंडर बदलवाने का प्रोसेस शुरू किया था लेकिन जहद की प्रेगनेंसी के बाद साल 2022 में इस प्रोसेस को बीच में रोकना पड़ा। इस बात की जानकारी खुद जिया ने अपने इंस्टाग्राम पर दी है। जिया ने 3 फरवरी को इंस्टाग्राम पर एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि जहद 8 महीने का प्रेगनेंट है। पोस्ट में ये भी कहा गया है कि माता-पिता बनने के बाद ये दोनों फिर से लिंग बदलवाने के प्रोसेस को शुरू करेंगे। वहीं एक इंटरव्यू में जिया ने कहा “3 साल पहले जब हमने साथ रहना शुरू किया था तो हमें लगा कि हमारा जीवन बाकी दूसरे ट्रांसजेंडर जोड़ों से अलग होना चाहिए। हम एक बच्चा चाहते थे, ताकि कोई हमारा अपना हो। हमारे जाने के बाद भी हम अपने पीछे कुछ छोड़ जाएं।”
दरअसल मां बनने या बच्चे को कंसीव करने के लिए सबसे अहम भूमिका यूट्रस की होती है। इसी वजह से महिला के तौर पर जन्म लेने वाली ‘सिसजेंडर फीमेल’ और ‘ट्रांसजेंडर मेल’ प्रेग्नेंट हो सकते हैं क्योंकि इनमें फीमेल रिप्रोडक्टिव ऑर्गन्स के साथ ही यूट्रस भी होता है। इसके अलावा जेंडर चेंज थेरेपी करवा रहे ट्रांसजेंडर भी कंसीव कर सकते हैं। इसमें प्रोसेस ये है कि किसी ने जेंडर चेंज करवाने के लिए यूट्रस रिमूव करा दिया है, लेकिन ओवरीज, सर्विक्स और फेलोपियन ट्यूब रिमूव नहीं कराया, तो पुरुष साथी से फिजिकल रिलेशन बनाने से फेलोपियन ट्यूब में ही गर्भ ठहर सकता है। हालांकि, इस तरह की प्रेग्नेंसी को आगे बढ़ाना मुश्किल है।
ट्रांस कपल के माता-पिता बनने के बाद से ही पूरे देश में लोग इस खबर को आगे बढ़ा रहे हैं और जिसके पास भी ये खबर पहुंच रही है सभी लोग दोनों को बधाई दे रही हैं। इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर भी हैशटेग ट्रेंड कर रहा है और लोग इंस्टाग्राम पर रील्स बनाकर कपल को शुभकामनाएं दे रहे हैं। साथ ही कुछ लोग इस बात से भी खुश है कि भारत में अब तक ये पहला केस है। हालांकि, भारत साइंस एंड टेक के मामले में वैसे भी काफी आगे बढ़ रहा है।
फिलहाल ट्रांसजेंडर कपल ने अस्पताल के अधिकारियों से मांग है कि नवजात के प्रमाण पत्र और सभी जरूरी दस्तावेजों में जहद जो कि बच्चे की मां हैं इनका नाम पिता के रूप में रजिस्टर्ड किया जाए और उनके पार्टनर का नाम बच्चे की मां के रूप में रजिस्टर्ड हो। इसके लिए उनकी ओर से सरकारी अस्पताल के अधिकारियों को अनुरोध सौंपा गया है।
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