ndia News (इंडिया न्यूज़), Isro: इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने अपने गुजरात दौरे के दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रज्ञान रोवर से जुड़ी जानकारी को साझा किया है। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि चंद्रयान-3 का प्रज्ञान रोवर हमारे उम्मीद पर खड़ा उतरा है। हमने जिस तरीके की उम्मीद जताई थी, वही हुआ है। इसी के साथ उन्होंने रोवर के स्लीप मोड से वापस आने की विफलता पर भी जानकारी दी है।
- चंद्रमा का तापमान माइनस 200 डिग्री सेल्सियस से भी नीचे
- एक्स-रे पोलारिमीटर उपग्रह प्रक्षेपण की तैयारी में इसरो
इसरो इन प्रोजेक्टों पर कर रहा काम (Isro)
उन्होंने बताया कि चंद्रमा का तापमान माइनस 200 डिग्री सेल्सियस से भी नीचे चला गया है। जिसके कारण रोवर स्लीप मोड से निकल नहीं पाया। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर सके इलेक्ट्रॉनिक सर्किट क्षतिग्रस्त नहीं हुए होंगे, तो अभी इसके जागने की उम्मीद है। साथ ही उन्होंने बताया कि हमारी राष्ट्रीय अंतरिक्ष एजेंसी अब एक्सपीओसैट या एक्स-रे पोलारिमीटर उपग्रह प्रक्षेपण की तैयारी में जुटी है।
जिसे अमुमन नवंबर के अंत तक या दिसंबर में लॉन्च किया जाएगा। यह मिशन ब्लैक होल, नेबुला और पल्सर पर अध्यन के लिए किया जाएगा। वहीं सोमनाथ ने बताया कि गगनयान मिशन का परीक्षण वाहन ‘डी1’ अक्टूबर में लॉन्च किया जाएगा
असफलता का जिम्मेदार कोई एक नहीं
इंडिया मैनेजमेंट एसोसिएशन (एआईएमए) की 50वीं वर्षगांठ पर पहुंचे सोमनाथ ने पत्रकारों से बात किया। उन्होंने कहा कि किसी भी एक इंसान को असफलता के लिए दंडित नहीं किया जाए। सारा निर्णय किसी एक इंसान का नहीं बल्कि पूरे समूह का होता है। उन्होंने कहा कि सामूहिक निर्णय का मतलब है कि आप सफलताओं के साथ-साथ असफलताओं की जिम्मेदारी भी लेते हैं।
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