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इंडिया न्यूज, चंडीगढ़:
आम आदमी पार्टी पंजाब के सीनियर व नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा ने विधानसभा के आगामी सत्र के दौरान कम से कम 2 दिन कृषि को समर्पित करने की मांग की है जिससे गन्ना समेत सभी परिवर्तनीय फसलों के मुनाफेदार मूल्य और यकीनी मंडीकरण के बारे में एक दूरंदेश ‘रोड मैप’ (नीति) तैयार की जा सके। इसके साथ ही ‘आप’ नेता ने गन्ने के प्रदेश स्तरीय मूल्य (एसएपी) में किए मामूली वृद्धि और शुगर मिलों की ओर बकाया 160 करोड़ रुपए की राशि को लेकर सत्ताधारी कांग्रेस की तीखी आलोचना की। चीमा के मुताबिक किसानी को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी और प्रदेश की कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार में कोई फर्क नहीं, दोनों सरकारें किसान विरोधी और कॉर्पोरेट समर्थकी हैं। जिस कारण किसान केंद्र और पंजाब सरकार के विरुद्ध धरना प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हुए हैं। पार्टी हेडक्वार्टर से जारी बयान में हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि बतौर नेता प्रतिपक्ष आम आदमी पार्टी लंबे समय से कृषि पर विशेष सत्र की मांग करती आ रही है, परंतु सत्ताधारी कांग्रेस इस मुद्दे पर सकारात्मक विचार-चर्चा से भाग जाती है। जबकि कृषि प्रधान के मद्देनजर पंजाब के लिए एक दूरंदेशी कृषि नीति समय की अहम जरूरत है।
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