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(इंडिया न्यूज़, Today is the birth anniversary of former Prime Minister Atal Bihari Vajpayee): वर्ष 1924 में आज ही के दिन भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म हुआ था। वह भारतीय जनता पार्टी के संस्थापकों में एक थे। वह तीन बार देश के प्रधानमंत्री बने। उनका पहला कार्यकाल 1996 में मात्र 13 दिनों का था। इसके बाद, वह 1998 में फिर प्रधानमंत्री बनें और 13 महीने तक इस पद को संभाला। वर्ष 1999 में वह तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बने। वह पहले ऐसे गैर-कांग्रेसी नेता थे, जिन्होंने प्रधानमंत्री के रूप में अपना कार्यकाल पूरा किया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को पूर्व प्रधानमंत्री ‘‘भारत रत्न’’ अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि भारत के लिए उनका योगदान अमिट है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, अटल जी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि। भारत के लिए उनका योगदान अमिट है। उनका नेतृत्व और दृष्टिकोण लाखों लोगों को प्रेरित करता है।
जानें अटल बिहारी वाजपेयी के बारे में..
भारत के राजनीतिक इतिहास में अटल बिहारी वाजपेयी एक कुशल राजनीतिज्ञ, प्रशासक, भाषाविद, कवि, पत्रकार और लेखक की पहचान रखते है। आपको बता दें, अटल राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की विचारधारा में पले-बढ़े थे।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के ये अल्फाज़ उनकी जिंदगी के फलसफे को बयां करते हैं-
टूटे हुए सपनों की कौन सुने सिसकी,
अंतर की चीर व्यथा पलकों पर ठिठकी
हार नहीं मानूँगा, रार नहीं ठानूँगा,
काल के कपाल पर लिखता मिटाता हूं,
गीत नया गाता हूं… गीत नया गाता हूं.
भारतीय राजनीति में 6 दशक तक पुरज़ोर दखल रखने वाले वाजपेयी जी ने अपनी दूरदर्शिता और करिश्माई व्यक्तित्व की वजह से देश के साथ ही अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी अमिट छाप छोड़ी है।
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