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India News (इंडिया न्यूज़), Tomato Prices, दिल्ली: हिमाचल और पंजाब में बेमौसम बारिश के कारण टमाटर के दाम काफी बढ़ गए थे। करीब एक महीने पहले तक खुदरा बाजार में टमाटर 200-250 रुपए प्रति किलो बिक रहा था। लेकिन नरेंद्र मोदी सरकार के लगातरा प्रयासों से टमाटर के भाव काबू में आ चुके है। दक्षिण भारत के बड़ी मंडियों में एक मैूसर की मंडी में टमाटर के दाम 14 रुपये किलो हो चुके है।
टमाटर सस्ता होने से लोगों को बड़ी राहत मिली है। हालांकि कीमते गिरने से किसान नाराज है। मैसूर की मंडी में शनिवार को टमाटर के दाम 20 रुपये प्रति किलो थे जो सोमवार को 14 रुपये किलो पर आ गए। कर्नाटक के बेंगलुरू में खुदरा बाजार में टमाटर 30 से 35 रुपये किलो बिल रहा है। जानकारों के अनुसार, थोक बाजार में इसकी कीमत आने वाले समय में 5 से 10 रुपए किलो तक हो सकती है।
टमाटर की बढ़ती कीमतों के दाम नरेंद्र मोदी सरकार ने सब्सिडी रेट पर टमाटर बेचाना शुरू किया। 15 जुलाई सरकार ने दिल्ली-एनसीआर सहित कई राज्यों में मोबाइल वैन से माध्यम से इसे आम जनता तक पहुंचाया। 15 जुलाई को कीमत 90 रुपए प्रति किलो रखी गई थी। एक दिन बाद 16 जुलाई को इसे 80 रुपए कर दिया गया। 20 जुलाई को 70 रुपए, 15 अगस्त को 50 रुपए और 20 अगस्त से सरकार 40 रुपए की दर से टमाटर जनता को उपलब्ध करवा रही है।
45 दिनों को लाखों किलों टमाटर सरकार की तरफ से बेजा जा चुका है, कीमतें कम होने में इसका कदम का बड़ा रोल था। साथ ही सरकार ने नेपाल से टमाटर आयात करने का फैसला किया। यूपी प्रदेश के रास्ते उत्तर प्रदेश के रास्ते उत्तर भारत में सस्ता टमाटर पहुंचाया गया। इससे दामों में कमी आई। जानकारों के अनुसार, एक किलों टमाटर उत्पादन का खर्च 10-12 रुपये आता है। पैकेजिंग और परिवहन के 3 रुपये प्रति किलो और खर्च होते है। ऐसे में किसानों को नुकसान उठाना पड़ सकता है।
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