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India UK Trade Talks Over FTA: भारतीय अधिकारियों ने आज सोमवार, 10 अप्रैल को इन खबरों का खंडन किया है। जिनमें यह दावा किया जा रहा था कि लंदन में खालिस्तान समर्थक समूहों से जुड़े हालिया हमलों की वजह से भारत और ब्रिटेन व्यापार वार्ता ठप हो चुकी है।
ब्रिटिश मीडिया की खबरों के अनुसार, भारत ने ब्रिटेन के साथ मुक्त व्यापार समझौते यानी FTA को लेकर बातचीत रोक दी है। खबरों के मुताबिक, भारत चाहता है कि पिछले महीने लंदन में भारतीय उच्चायोग पर हमले के लिए जिम्मेदार संगठनों के खिलाफ वहां की सरकार ज्यादा कड़ी कार्रवाई करे।
बता दें कि नई दिल्ली में भारत सरकार के एक सूत्र ने कहा है कि भारत और ब्रिटेन व्यापार वार्ता ठप होने की यह खबर पुरी तरह से आधारहीन है। सूत्रों के मुताबिक, आधिकारिक वार्ता का अगला दौर लंदन में 24 अप्रैल से होने की संभावना है।
ब्रिटिश सरकार के वरिष्ठ सूत्रों का हवाला देते हुए ‘द टाइम्स’ अखबार ने इस बात का दावा किया कि पिछले साल जनवरी में भारत सरकार ने शुरू हुई व्यापार वार्ता को रोक दिया है। रिपोर्ट के अनुसार, “भारत सरकार ने यह स्पष्ट किया कि लंदन में 19 मार्च को भारतीय उच्चायोग से तिरंगा उतारने तथा दो अधिकारियों को घायल करने के लिए जिम्मेदार खालिस्तान समर्थकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। साथ ही सार्वजनिक निंदा के बिना इसमें आगे कोई प्रगति नहीं होगी।”
न्यूजपेपर के अनुसार, “ब्रिटेन सरकार ने हमले की निंदा की है और भारतीय उच्चायोग में सुरक्षा की समीक्षा का वादा किया है। जबकि भारतीय अधिकारी चाहते हैं कि खालिस्तानी अलगाववादियों के खिलाफ कार्रवाई को आगे बढ़ाते हुए उनकी सार्वजनिक निंदा की जानी चाहिए।”
ब्रिटेन सरकार के एक सूत्र के हवाले से लिखा है, “भारत ने कहा है कि वह व्यापार को लेकर बात नहीं करना चाहता है। वे व्यापार वार्ता नहीं करना चाहते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि यह भारतीय उच्चायोग के खिलाफ हमले और व्यापक सिख अलगाववादी आंदोलन को गंभीरता से नहीं लेने की हमारी एक बड़ी समस्या का हिस्सा है।”
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