India News(इंडिया न्यूज),Uttarkashi Tunnel Collapse: ब्रह्मखाल-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलक्यारा से डंडालगांव के बीच निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा अचानक टूटने से करीब 40 श्रमिक अंदर फंस गए। निर्माणाधीन सुरंग के अंदर फंसे 40 श्रमिकों को निकालने के लिए बचाव अभियान चौथे दिन भी जारी है। सुरंग के अंदर फसें 40 में से 2 मजदूरों की आज तबीयत भी खराब हो गई, जिसमें एक को उल्टी और चक्कर आया और एक को सरदर्द की शिकायत के बाद प्रशासन ने कंप्रेसर के जरिए दवा उपलबध कराई।
मजदूरों को निकालने की कोशिश जारी
तीसरे दिन रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान पाइप और ड्रिलिंग मशीनों से लदे ट्रक सुरंग स्थल पर पहुंचे। मशीनों को क्षैतिज दिशामें काम करने के लिए तैयार किया जा रहा है ताकि पाइप को मलबे के जरिए नीचे की ओर धकेला जा सके और श्रमिकों को निकाला जा सके। अब सुरंग में जाने के लिए 900 मिमी पाइप को ऊपर से डाला जा रहा है जिसके जरिए मजदूरों को निकालने की कोशिश की जाएगी।
श्रमिकों को निकालने के लिए किया ये काम
बचावकर्मियों ने कहा कि फंसे हुए 40 श्रमिकों के स्थान तक पहुंचने के लिए टीमों को अभी भी लगभग 35 मीटर अधिक मलबा साफ करना होगा। ऑगर मशीन के लिए प्लेटफार्म तैयार कर लिया गया है। मलबे के बीच क्षैतिज रूप से ड्रिल करने और एमएस पाइप डालने के लिए बरमा मशीन के लिए एक प्लेटफॉर्म तैयार किया गया है ताकि फंसे हुए श्रमिकों को धातु के पाइप के माध्यम से बाहर निकाला जा सके। ये पाइप फंसे हुए मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकलने के लिए रास्ता बनाएंगे।
बता दें कि चारधाम ऑल वेदर रोड परियोजना के अंतर्गत यमुनोत्री राजमार्ग पर निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग में भूस्खलन के बाद तीन दिन से फंसे सभी 40 श्रमिक सुरक्षित हैं। इन श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए चल रहे खोज बचाव अभियान में कई तरह की बाधाएं उत्पन्न हो रही है। पहले कैविटी वाले क्षेत्र से लगातार गिरा और मलबे ने राह रोकी।
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