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India News (इंडिया न्यूज़), Congress: (अजीत मेंदोला)- उत्तर प्रदेश की रायबरेली और अमेठी सीट पर गांधी परिवार चुनाव लड़ने को लेकर भले ही दुविधा में हो, लेकिन उनके परिवार के दामाद राबर्ट वाड्रा बिल्कुल दुविधा में नहीं हैं। वाड्रा चाहते हैं कि पार्टी उन्हें केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के खिलाफ अमेठी से लोकसभा का टिकट दे। अब अगर गांधी परिवार राज़ी हुआ तो वाड्रा अमेठी से और राहुल गांधी रायबरेली से चुनाव लड़ सकते हैं।
लेकिन यह देखना होगा कि गांधी परिवार अपने दामाद को टिकट देगा या नहीं। जानकार तो मानते हैं कि वाड्रा को टिकट दे कांग्रेस कोई विवाद मोल नहीं लेगी। उन पर तमाम आरोप हैं, विपक्ष फिर और हमलावर होगा। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस आज इस स्थिति में आ गई है कि राहुल और प्रियंका तक चुनाव से दूरी बना रहे हैं। जिसके चलते वाड्रा को लेकर कोशिशें होने लगीं।
सोनिया गांधी ने इस बार लोकसभा छोड़ राज्यसभा का रास्ता पकड़ा। और आज उन्होंने राज्यसभा के सदस्य के रूप में शपथ भी ले ली। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की जगह पर वह राजस्थान से राज्यसभा में चुन कर आई थीं। लगभग दो महीने पहले सोनिया गांधी ने लोकसभा को छोड़ उच्च सदन से आने का फैसला किया था। सोनिया ने जब यह फैसला किया तो स्वास्थ्य का हवाला दे चुनाव न लड़ने की बात की थी। माना जा रहा था स्वास्थ्य और उम्र के चलते सक्रियता भी कम ही रहेगी। लेकिन सोनिया के इस फैसले से पार्टी की रणनीति गड़बड़ा गई। क्योंकि पार्टी में सोनिया गांधी ही एक मात्र ऐसा चेहरा थीं जो रायबरेली से लड़तीं तो पक्का जीतती और पार्टी का मनोबल भी बढ़ा रहता।
उम्मीद की जा रही थी कि सोनिया के राज्यसभा में जाने के फैसले के बाद प्रियंका गांधी रायबरेली में जाकर डेरा डालेंगी। इससे पहले हर लोकसभा चुनाव में प्रियंका ही रायबरेली और अमेठी की जिम्मेदारी संभालती थीं। लेकिन इस बार कांग्रेस की रणनीति समझ से बाहर है।
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परिवार का कोई भी सदस्य वहां जाने को तैयार नहीं दिखता है। हालांकि रायबरेली और अमेठी में पांचवें चरण में 20 मई को वोटिंग होनी है ।इसके लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया इसी माह 26 अप्रैल से शुरू होगी। इस लिहाज़ से देखा जाए तो समय कम ही है। एक तरफ बीजेपी प्रत्याशी स्मृति ईरानी चुनाव की घोषणा से पहले ही वहां डेरा डाली हुई हैं और दूसरी बार लगातार चुनाव जीतने के लिए पूरी ताकत लगाई हुई हैं। माहौल भी पूरी तरह से बीजेपी के पक्ष में है।
ऐसे में प्रियंका गांधी के पति राबर्ट वाड्रा खुल कर सामने आ गए हैं। उनके समर्थक कई दिन से सोशल मीडिया और पोस्टर बाजी के माध्यम से वाड्रा के लिए माहौल बनाने में लगे हैं। राहुल प्रियंका गांधी सेना नाम की संस्था वाड्रा के लिए पोस्टर बाजी के माध्यम से कोशिश कर रही है। वाड्रा के करीबियों की मानें तो उनकी पूरी तैयारी है। वाड्रा, मौका मिलने पर कई बार राजनीति में आने की इच्छा जता चुके हैं।
इस बार चुनाव के बीच उनकी दावेदारी ऐसे समय पर आई जब पार्टी कुछ भी तय नहीं कर पाई तो फैसला गांधी परिवार पर छोड़ दिया। जिस हिसाब से गांधी परिवार ने मौन साधा है उससे पार्टी में बेचैनी बढ़ती जा रही है। गांधी परिवार वाड्रा को अमेठी से टिकट देगा, लगता नहीं है। एक तो विपक्ष को हमले का मौका मिल जायेगा, दूसरा हार से परिवार की छवि पर असर पड़ेगा। रायबरेली ही ऐसी सीट मानी जा रही है कि जहां पर गांधी परिवार के लिए कुछ उम्मीदें हैं। वायनाड में जिस तरह की राजनीति इस बार हुई है वह राहुल के लिए ठीक नहीं कही जा सकती है। ऐसे में राहुल अगर रायबरेली से लड़कर चुनाव जीतते हैं तो उससे पार्टी को ताकत मिलेगी। लेकिन सवाल यही है कि अमेठी से कौन लड़ेगा। लगता नहीं है गांधी परिवार इस बार अमेठी से चुनाव लड़ेगा।
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