India News (इंडिया न्यूज़), Valentine’s Day 2024: आज दुनियाभर में कपल्स वैलेंटाइन डे मना रहे हैं। इस मौके पर लोग खास अंदाज में अपने प्यार का इजहार करते हैं और लाल गुलाब तोहफे में देते हैं। इस दिन हर जगह लाल रंग ही नजर आता है। ऐसे में मन में यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि दुनिया में इतने सारे रंग हैं, लेकिन हम प्यार का इजहार लाल रंग से ही क्यों करते हैं, पीले, गुलाबी या किसी अन्य रंग से क्यों नहीं? प्यार से जुड़ी हर चीज़, जैसे उपहार, सजावट, पोशाकें, फूल, सब इसी रंग के क्यों होते हैं? ‘लाल’ रंग को प्रेम के प्रतीक के रूप में क्यों चुना गया? आइए जानते हैं इस सवाल से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें।
प्रेम का शक्तिशाली प्रतीक
पहला कारण तो ये है कि लाल रंग का रिश्ता दिल से होता है. हृदय को प्रेम और भावनाओं का केंद्र माना जाता है और हृदय को अक्सर चमकीले लाल रंग के रूप में चित्रित किया जाता है। यही वजह है कि लाल रंग को प्रेम का एक शक्तिशाली प्रतीक कहा जाता है।
इच्छा और जुनून का प्रतीक
इसका दूसरा कारण यह है कि लाल रंग को इच्छा और जुनून का प्रतीक भी माना जाता है। लाल रंग एक बोल्ड रंग है और यह आत्मविश्वास का भी प्रतीक है। यह ऊर्जा और भावना जैसी भावनाओं को भी प्रेरित करता है। यह जुनून और जरूरत को भी दर्शाता है। इसलिए प्यार का इजहार करने के लिए यह रंग सबसे अच्छा होता है।
सौभाग्य का प्रतीक
इसका तीसरा कारण यह है कि यह कई संस्कृतियों में लाल रंग को भाग्यशाली माना जाता है और ऐसा माना जाता है कि यह रंग सौभाग्य, प्रेम और खुशी को आकर्षित करता है। इसलिए इस रंग को वैलेंटाइन डे के लिए परफेक्ट रंग माना जाता है।
क्या है इतिहास ?
लाल रंग और प्यार का पुराना इतिहास है। लाल रंग सदियों से प्रेम का प्रतीक रहा है। दरअसल, 13वीं सदी की प्रसिद्ध फ्रांसीसी कविता ‘रोमन डे ला रोज़’ में बताया गया है कि लेखक एक बगीचे में लाल फूल ढूंढ रहा है। उनकी कविता में लाल फूल उनके जीवन में स्त्री प्रेम की खोज को दर्शाता है।