India News (इंडिया न्यूज़), Sandeshkhali Voilence: संदेशखाली बशीरहाट उप-मंडल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई से कहा, 18 फरवरी से, जब सरकारी सहायता शिविरों का संचालन शुरू हुआ है। इन शिविरों में संदेशखाली और आस-पास के क्षेत्रों से करीब 1,250 से अधिक शिकायतें मिली हैं। जिनमें से अधिकांश संदेशखाली ब्लॉक 2 से आए हैं।
संदेशखाली ब्लॉक 2 के बीडीओ अरुण कुमार सामंत ने पीटीआई को बताया, कुल शिकायतों में से लगभग 400 शिकायतें भूमि मामलों से संबंधित हैं। इस बीच, संदेशखाली ब्लॉक 1 के अधिकारियों ने 250 शिकायतें दर्ज की हैं, जिनमें से 14 भूमि विवादों से संबंधित हैं।
बशीरहाट उप-मंडल के जिला अधिकारी ने कहा, शिकायतें जबरन जब्ती से लेकर पट्टे पर दी गई भूमि का भुगतान न करने तक की हैं। हम दस्तावेजों की सावधानीपूर्वक जांच कर रहे हैं और इन चिंताओं को दूर करने के लिए ब्लॉक-स्तरीय अधिकारियों को सहयोग कर रहे हैं।
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टीएमसी विधायक ने क्या कहा?
संदेशखाली के स्थानीय तृणमूल विधायक सुकुमार महतो ने कहा कि सरकार ने भूमि विवादों को सुलझाने की कोशिश कर रही है। हम भूमि संबंधी शिकायतों का तेजी से समाधान करने के लिए पार्टी के भीतर और प्रशासन दोनों में संसाधन जुटा रहे हैं। इसके अतिरिक्त, जबरन वसूली के आरोपों के समाधान में तेजी लाने के प्रयास चल रहा हैं। पुलिस यौन शोषण और यातना के आरोपों की भी जांच कर रही है।
बीजेपी ने क्या लगाया आरोप?
इस बीच, बीजेपी ने तृणमूल और स्थानीय प्रशासन पर महिलाओं के खिलाफ अपराध और ग्रामीणों के शोषण में मिलीभगत का आरोप लगाया। बीजेपी प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने तृणमूल की प्रतिक्रिया के समय पर सवाल उठाया।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, उनकी निगरानी में ऐसे अत्याचार क्यों हुआ? तृणमूल कांग्रेस और स्थानीय प्रशासन ने महिलाओं के खिलाफ हिंसा को अंजाम देने में मिलीभगत की।
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