होम / 'Waqf Bill में करो बदलाव…', बवाल के बीच कौन और क्यों कर रहा सरकार पर ईमेल की बरसात?

'Waqf Bill में करो बदलाव…', बवाल के बीच कौन और क्यों कर रहा सरकार पर ईमेल की बरसात?

Reepu kumari • LAST UPDATED : September 18, 2024, 12:52 pm IST
ADVERTISEMENT

संबंधित खबरें

'Waqf Bill में करो बदलाव…', बवाल के बीच कौन और क्यों कर रहा सरकार पर ईमेल की बरसात?

_Waqf Bill Controversy

India News (इंडिया न्यूज), Waqf Bill Controversy: हमारे देश में वक्फ की अवधारणा लेकर घमासान मचा हुआ है। PM मोदी की सरकार ने वक्फ संशोधन विधेयक-2024 को पेश किया है। तब से ही विवाद छिड़ गया है। जानकारी के लिए आपको बता दें कि इसी साल अगस्त 2024 को वक्फ (संशोधन) विधेयक लोकसभा में पेश किए गए थे। इस विधेयक का अहम और मुख्य उद्देश्य वक्फ बोर्ड के काम को सुव्यवस्थित करना और वक्फ संपत्तियों का कुशल प्रबंधन सुनिश्चित करना है। वक्फ बोर्ड की ओर से लगातार इसका विरोध किया जा रहा है। लेकिन भारत सरकार की ओर से दावा किया जा रहा है कि उनके पास बदलाव के लिए लाखों ईमेल्स आए हैं।

भारत सरकार को वक्फ विधेयक पर बहुत बड़ी संख्या में ईमेल प्राप्त हुए हैं, अनुमान है कि अकेले ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) से 3.48 करोड़ से अधिक ईमेल प्राप्त हुए हैं। साथ ही मुस्लिम अधिकार और कल्याण समिति (एमयूआरएसी) से 89 लाख और अन्य संगठनों से 95 लाख ईमेल प्राप्त हुए हैं।

यह भारी प्रतिक्रिया वक्फ अधिनियम, 1995 में प्रस्तावित संशोधनों के बारे में मुस्लिम समुदाय के भीतर मजबूत भावनाओं और चिंताओं का प्रमाण है। 8 अगस्त, 2024 को लोकसभा में पेश किए गए वक्फ विधेयक का उद्देश्य भारत में वक्फ संपत्तियों को विनियमित करना है, जो मुस्लिम कानून के तहत पवित्र, धार्मिक या धर्मार्थ उद्देश्यों के लिए किए गए बंदोबस्त हैं।

Jammu Kashmir में जनता करेगी कमाल, पहले चरण की वोटिंग आज, 10 साल बाद विधानसभा के लिए मतदान

 इस विधेयक ने तीखी बहस छेड़ दी है, कुछ लोग इसे वक्फ प्रबंधन में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के प्रयास के रूप में देखते हैं, जबकि अन्य इसे मुस्लिम अधिकारों का उल्लंघन और संविधान पर हमला मानते हैं?

भारत में वक्फ विधेयक विवाद वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 के इर्द-गिर्द केंद्रित है, जिसका उद्देश्य वक्फ संपत्तियों की पंजीकरण प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करना और संपत्ति विवादों में सत्ता के कथित दुरुपयोग को संबोधित करना है।

विवाद के मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं

– वक्फ बोर्डों में प्रतिनिधित्व: विधेयक में वक्फ बोर्डों में गैर-मुस्लिमों और मुस्लिम महिलाओं के लिए प्रतिनिधित्व का प्रस्ताव है, जिसका कुछ मुस्लिम संगठन विरोध करते हैं¹.

– वक्फ संपत्तियों का निर्धारण करने का अधिकार: जिला कलेक्टर के पास यह निर्धारित करने का अधिकार होगा कि कोई संपत्ति वक्फ की है या सरकार की, जो वक्फ ट्रिब्यूनल. की जगह लेगा।

– लेखा परीक्षा प्रावधान: केंद्र के पास भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक द्वारा नियुक्त लेखा परीक्षकों द्वारा वक्फ संपत्तियों का लेखा परीक्षण करने का निर्देश देने का अधिकार होगा।

गणेश जी आज इन 6 राशियों को सीधा देंगे आर्शिवाद, जानें आपके भाग्य में क्या है

– वक्फनामा आवश्यकता: वक्फ की स्थापना के लिए एक वैध ‘वक्फनामा’ (औपचारिक विलेख या दस्तावेज़) की आवश्यकता होगी, जो मौखिक समझौते. की जगह लेगा।

– बोहरा और अघाखानियों के लिए अलग बोर्ड: विधेयक में इन समुदायों के लिए एक अलग बोर्ड का प्रस्ताव है, साथ ही मुसलमानों में शिया और पिछड़े वर्गों के लिए प्रतिनिधित्व भी शामिल है।

– संवैधानिक चिंताएँ: विपक्षी दलों का दावा है कि विधेयक असंवैधानिक, विभाजनकारी और अल्पसंख्यक विरोधी है।

– सार्वजनिक समर्थन: विवाद के बावजूद, एक सर्वेक्षण में पाया गया कि 10 में से 9 नागरिक विधेयक का समर्थन करते हैं, जिनमें से 96% जिला कलेक्टरों के पास वक्फ संपत्तियों का अनिवार्य पंजीकरण चाहते हैं।

Pager ब्लास्ट के राज से उठ गया पर्दा, हिजबुल्लाह के जेब से छलांग लगाकर निकला सच?

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

‘ज़ुल्मी हुक्मरानों ने ला दिया है ऐसे हालातों में…’; शायराना अंदाज में BJP पर अखिलेश यादव ने बोला हमला
‘ज़ुल्मी हुक्मरानों ने ला दिया है ऐसे हालातों में…’; शायराना अंदाज में BJP पर अखिलेश यादव ने बोला हमला
Muzaffarpur Murder: दिनदहाड़े हुई युवक की हत्या! दहला गया इलाका, जानें मामला
Muzaffarpur Murder: दिनदहाड़े हुई युवक की हत्या! दहला गया इलाका, जानें मामला
YouTuber Armaan Malik ने हरिद्वार के यूट्यूबर के घर में घुसकर मचाया बवाल, जमकर की मारपीट, पुलिस ने उठाया ये बड़ा कदम
YouTuber Armaan Malik ने हरिद्वार के यूट्यूबर के घर में घुसकर मचाया बवाल, जमकर की मारपीट, पुलिस ने उठाया ये बड़ा कदम
हिमाचल हाउस के बाद बीकानेर हाउस की होगी कुर्की, कोर्ट ने दिए आदेश ; जानें वजह
हिमाचल हाउस के बाद बीकानेर हाउस की होगी कुर्की, कोर्ट ने दिए आदेश ; जानें वजह
Bihar Teacher Transfer: शिक्षकों के लिए आई खुशखबरी! चाह अनुसार कर सकते हैं ट्रांसफर अप्लाई
Bihar Teacher Transfer: शिक्षकों के लिए आई खुशखबरी! चाह अनुसार कर सकते हैं ट्रांसफर अप्लाई
प्रमाणसागरजी ने किया ऐलान, अनाथ-गरीब बच्चों के लिए खुलेगा निशुल्क इंग्लिश मीडियम स्कूल और छात्रावास
प्रमाणसागरजी ने किया ऐलान, अनाथ-गरीब बच्चों के लिए खुलेगा निशुल्क इंग्लिश मीडियम स्कूल और छात्रावास
250 मिलियन अमेरिकी डॉलर की रिश्वतखोरी के आरोपों को अडानी समूह ने बताया निराधार
250 मिलियन अमेरिकी डॉलर की रिश्वतखोरी के आरोपों को अडानी समूह ने बताया निराधार
एक तवायफ के लिए जब इन 2 कट्टर पंडितों ने बदल दिया था अपना धर्म…आशिक बन कबूला था इस्लाम, जानें नाम?
एक तवायफ के लिए जब इन 2 कट्टर पंडितों ने बदल दिया था अपना धर्म…आशिक बन कबूला था इस्लाम, जानें नाम?
गर्लफ्रेंड संग शराब पार्टी.. लिव इन में कपल, कैसे हुई हत्या जहर या शराब?
गर्लफ्रेंड संग शराब पार्टी.. लिव इन में कपल, कैसे हुई हत्या जहर या शराब?
यूपी की इस शाही शादी में हुई नोटों की बारिश, 20 लाख रूपये हवा में उड़े; Viral Video देख चौधियां जाएंगी आंखें
यूपी की इस शाही शादी में हुई नोटों की बारिश, 20 लाख रूपये हवा में उड़े; Viral Video देख चौधियां जाएंगी आंखें
Arvind Kejriwal News: अरविंद केजरीवाल को अभी राहत नहीं, आबकारी नीति मामले में HC का इनकार, ED से मांगा जवाब
Arvind Kejriwal News: अरविंद केजरीवाल को अभी राहत नहीं, आबकारी नीति मामले में HC का इनकार, ED से मांगा जवाब
ADVERTISEMENT