होम / What is Gaganyaan mission: चंद्रयान-3 के बाद ISRO फिर इतिहास रचने को तैयार, Gaganyaan से अंतरिक्ष में भेजेगा 3 एस्ट्रोनॉट्स

What is Gaganyaan mission: चंद्रयान-3 के बाद ISRO फिर इतिहास रचने को तैयार, Gaganyaan से अंतरिक्ष में भेजेगा 3 एस्ट्रोनॉट्स

Itvnetwork Team • LAST UPDATED : August 23, 2023, 8:02 pm IST

India News (इंडिया न्यूज़) What is Gaganyaan mission: चंद्रमा पर चंद्रयान-3 भेजने के बाद, इसरो कुछ और भी आश्चर्यजनक करने की योजना बना रहा है! वे गगनयान नामक मिशन पर तीन लोगों को अंतरिक्ष में भेजना चाहते हैं। यह वास्तव में एक बड़े साहसिक कार्य है जहां इन अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष के बारे में जानने और सीखने का मौका मिलेगा। यह भारत के लिए बेहद खास और अहम पल होगा।

गगनयान मिशन क्या है?

भारत गगनयान नामक एक विशेष मिशन की योजना बना रहा है। यह पहली बार होगा जब भारत स्वयं से भारतीय अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष में जाएंगे। तीन अंतरिक्ष यात्रियों की एक टीम होगी जो अंतरिक्ष में तीन दिन बिताएगी और फिर सुरक्षित भारत वापस आ जाएगी। यह भारत के लिए एक बहुत ही रोमांचक मिशन है!

यह प्रोजेक्ट भारत के लिए वाकई खास है क्योंकि यह पहली बार होगा जब भारत अपने अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजेगा। उन्होंने इस महत्वपूर्ण मिशन के लिए भारतीय वायु सेना के चार कुशल पायलटों को चुना है। उनकी ट्रेनिंग भी लगभग ख़त्म हो चुकी है। रूस में जाकर उन्होंने इससे संबंधित सारी ट्रेनिंग प्राप्त कर ली है । जहां पर उन्होंने यूरी ए. गागरिन स्टेट साइंटिफिक रिसर्च एंड टेस्टिंग कॉस्मोनॉट ट्रेनिंग सेंटर में अपनी ट्रेनिंग पूरी करी। फिर, वह भारत आये और अपना बाकी प्रशिक्षण यहीं पूरा किया। रूस द्वारा अंतरिक्ष यात्रियों को यह भी सिखाया गया कि विभिन्न प्रकार के मौसम और स्थानों में सुरक्षित रूप से कैसे लैंड करना है।

हमें तीन लोगों को भेजना है, लेकिन हम चार लोगों को प्रशिक्षित कर रहे हैं

इसरो तीन लोगों को अंतरिक्ष में भेजने की योजना बना रहा है, लेकिन वे चार लोगों को प्रशिक्षण दे रहे हैं यदि कोई यात्री मिशन के साथ जाने में सक्षम नहीं रहा, तो चौथा व्यक्ति उसकी जगह ले सके ।

गगनयान अंतरिक्ष यान अंतरिक्ष में कब भेजा जाएगा?

भारत की अंतरिक्ष संस्था इसरो का कहना है कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो अगले साल गगनयान को अंतरिक्ष में भेजा जाएगा। गगनयान में तीन अंतरिक्ष यात्री होंगे जो 3 दिनों तक अंतरिक्ष में रहेंगे और फिर सुरक्षित पृथ्वी पर वापस आ जायेंगे। जब वे अंतरिक्ष में होंगे, तो वे पृथ्वी से एक निश्चित दूरी पर अंतरिक्ष के बारे में जानकारी एकत्र करेंगे। यह जानकारी भविष्य के मिशनों के लिए अन्य अंतरिक्ष यान बनाने में मदद करेगी।

 

Also Read: Chandrayaan-3: अमेरिका, रूस और चीन को पीछे छोड़ भारत ने सबसे पहले की चंद्रमा के साउथ पोल में सॉफ्ट लैंडिंग, जानें अब तक की यात्रा

Chandrayaan-3 soft Landing: चंद्रयान-3 की सफल सॉफ्ट लैंडिंग नए भारत की सामर्थ्य और शक्ति का सशक्त प्रदर्शन है: योगी आदित्यनाथ

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

Diljit Dosanjh: कनाडा में बजा पंजाबी गानों का डंका, दिलजीत दोसांझ ने वैंकूवर स्टेडियम में इतिहास रचा- Indianews
Priyanka Chopra: बेटी मालती संग प्रियंका चोपड़ा ने लिया आइसक्रीम का आनंद, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल -India News
Elon Musk: एलन मस्क ने चीनी पीएम से की मुलाकात, कहा- भविष्य में सभी कारें होंगी इलेक्ट्रिक- Indianews
Uttar Pradesh: बिजनौर में बारात होने वाली थी रवाना, शादी की रस्म के दौरान दूल्हे की मौत- Indianews
India-China Border: ड्रैगन कर रहा भारतीय सीमा के पास निर्माण कार्य, भारत के लिए यह परियोजना बना सिरदर्द -India News
Giorgia Meloni: इटली की पीएम मेलोनी EU का लड़ेंगी चुनाव, बोलीं- पार्टी के लिए समर्थन बढ़ाना मकसद- Indianews
MS Dhoni Hairstyle: SRH के खिलाफ मुकाबले से पहले दिखा धोनी का अलग लुक, अपनाया यह खास हेयरस्टाइल -India News
ADVERTISEMENT