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India News (इंडिया न्यूज), Amit Shah Angry On Law And Order : देश के गृह मंत्री अमित शाह वैसे तो अपने चाणक्य दिमाग के लिए जाने जाते हैं, लेकिन हाल के दिनों में उनका रूद्र रूप देखने को मिला है। गृह मंत्री ने केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन, इंटेलिजेंस ब्यूरो के प्रमुख, उपराज्यपाल वीके सक्सेना और दिल्ली पुलिस कमिश्नर से राजधानी दिल्ली में कानून व्यवस्था की स्थिति के बारे में सवाल किए। यह बैठक दिल्ली पुलिस के एक कांस्टेबल की तीन बदमाशों द्वारा हत्या के मामले को लेकर बुलाई गई थी। बैठक में यह बात सामने आई है कि अमित शाह काफी नाराज थे। अमित शाह ने पुलिस कमिश्नर से सीधे तौर पर कहा है कि उन्हें दिल्ली को सुरक्षित रखने के लिए पूरी ताकत से काम करना होगा। उन्होंने उपराज्यपाल सक्सेना से भी पूछा कि इस मोर्चे पर वह क्या कर रहे हैं। दिल्ली के शीर्ष पुलिस अधिकारी की ओर मुखातिब होते हुए उन्होंने कथित तौर पर कहा, ‘सफाई करो।’
इस बैठक के बाद पुलिस ने कांस्टेबल किरण पाल की हत्या के मुख्य आरोपी को मुठभेड़ में मार गिराया। दिल्ली पुलिस के कामकाज से वाकिफ लोगों का कहना है कि राजधानी में करीब 40 साल बाद इस तरह के हिंसक दृश्य देखने को मिले हैं। 2018 में खूंखार गैंगस्टर राजेश भारती की हत्या के बाद कई मुठभेड़ें हुईं, लेकिन दिल्ली पुलिस ने उन्हें मारने की बजाय घायल कर दिया, क्योंकि ऊपर से कोई सुरक्षा नहीं थी।
भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने इस मुद्दे पर सोमवार सुबह 25 नवंबर को अपनी पहली बैठक की। कोर कमेटी में प्रधानमंत्री मोदी, भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री एस जयशंकर शामिल थे। कथित तौर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मौजूद नहीं थे। चर्चा के दौरान यह बात सामने आई कि शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र से बाहर जाने को तैयार नहीं हैं।
शिंदे की पार्टी की एक राजनीतिक मजबूरी है क्योंकि उनका मानना है कि प्रतिद्वंद्वी के साथ संघर्ष को तार्किक अंत तक ले जाना होगा। हालांकि विधानसभा चुनावों में लड़ाई जीत ली गई है, लेकिन आगामी मुंबई नगर निगम चुनावों और अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं के मद्देनजर अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है।
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