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इंडिया न्यूज़, नई दिल्ली :
What is the Prudent Electoral Trust राजनीतिक दलों को कॉरपोरेट जगत की बड़ी-बड़ी कंपनियों से काफी चंदा मिलता है। इसको लेकर राजनीति में पारदर्शिता के लिए कार्य करने वाली संस्था Association for Democratic Reforms (ADR) ने एक रिपोर्ट जारी की है। जिसमे पार्टियों को सबसे ज्यादा चंदा प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट (Prudent Electoral Trust) ने दिया है। इस संस्था ने एक ही साल में 38 बार कांग्रेस और 38 बार भारतीय जनता पार्टी को चंदा दिया है। दोनों पार्टियों को कुल मिलाकर 247 करोड़ रुपए का चंदा मिला है। आइए जानते हैं क्या है Prudent Electoral Trust ।
प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट देश के सबसे अमीर इलेक्टोरल ट्रस्ट में से एक है। राजनीतिक पार्टियों को जो कॉरपोरेट जगत से हीसा मिलता है उसका लगभग 90 फीसदी हिस्सा इसी संस्था के पास है। आपको बता दें यह पहले सत्य इलेक्टोरल ट्रस्ट के नाम से जाना जाता था। ( Prudent Electoral Trust in Hindi )
साल 2013-14 से भाजपा को प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट ने सबसे ज्यादा फंड दिया है। वहीं कांग्रेस के शेयर में गिरावट दर्ज की गई है। दोनों पार्टियों को मिलने वाले चंदे में फर्क बहुत ज्यादा है। 2019-20 की बात करे तो भाजपा को 216.75 करोड़ का फण्ड मिल है जबकि कांग्रेस को सिर्फ 31 करोड़ रुपये ही मिले हैं।
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