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Nuh Violence: क्या है ब्रजमंडल जलाभिषेक यात्रा? नूंह में हिंसा के बाद इस यात्रा की हो रही चर्चा

Roshan Kumar • LAST UPDATED : August 1, 2023, 1:44 pm IST

India News (इंडिया न्यूज़), Nuh Violence, मेवात: हरियाणा के नूंह में सोमवार को हिंदू संगठनों द्वारा निकाली जा रही ब्रजमंडल जलाभिषेक यात्रा के दौरान (Nuh Violence) जमकर बवाल हुआ। लेकिन हिंसा होने के बाद यह जानना जरूरी है की आखिर यह यात्रा क्या है? इसे क्यों और कैसे शुरू किया गया? तो आइये इस यात्रा के बारे में जानते है।

तीन साल पहले शूरू हुई

बृजमंडल जलाभिषेक यात्रा पिछले तीन साल से निकाली जा रही है। इसका आयोजन विश्व हिंदू परिषद की तरफ से किया जाता है। 31 जुलाई को जब यह यात्रा निकल रही थी तो इसको रोकने का प्रयास किया गया। जमकर पथराव और फायरिंग की गई। तीन किलोमीटक के इलाके में वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। बाइक से शोरूम लूट लिए गए।

क्यों निकाला जाता है?

हरियाणा के नूंह जिले में काफी प्राचीन मंदिर है पर समय के साथ यह अपनी पहचान खोते जा रहे है। इस यात्रा का उद्देश्य मेवात जिले के तीर्थ स्थलों व ऐतिहासिक मंदिरों को फिर से भव्य स्वरूप देना है। मेवात दर्शन यात्रा के बहाने हरियाणा के अन्य जिलों से लोग आकर मेवात के पवित्र स्थलों के दर्शन कर सके और इस महत्व जा सके इसलिए यह यात्रा की शुरूआत की गई थी।

घटती हिंदू आबादी वजह

मेवात जिले में हिंदू आबादी लगभग 15% है। यह आबादी दिन पर दिन घटती जा रही है। समय-समय पर यह आरोप लगते रहते है की सुनयोजित तरीके से यहं से हिंदूओं का पलायन करवाया जाता है। इस वजह से यहां के प्राचीन व भव्य मंदिरों का महत्व खोता जा रहा है। इसके अलावा आसपास के दबंग लोग मंदिरों की जमीन पर कब्जा करने लगे हैं। धार्मिक स्थलों के प्राचीन महत्व को पुनः लौटाने व धार्मिक संपत्तियों की रक्षा करना इस यात्रा का मकसद होता है।

इस रूट से निकली है यात्रा

मेवात दर्शन यात्रा हरियाणा के कई जिलों से होते हुए सोहना से रास्तेमेवात में प्रवेश करती है । सबसे पहले यात्रा नल्हड़ महादेव मंदिर पर जल अभिषेक किया जाता है। उसके बाद झिरकेश्वर महादेव तथा गांव श्रंगार में राधा कृष्ण मंदिर तथा श्रृंगेश्वर महादेव मंदिर में दर्शन कर जल अभिषेक कार्यक्रम किया जाता है। मेवात में दर्जनों जगहों पर मेवात के हिंदूओं की तरफ से श्रद्धालुओं का भव्य स्वागत किया जाता है।

प्राचीन काल के मंदिर

मान्यताओं के अनुसार, मेवात में तीन शिवलिंग महाभारत काल के है। यहां के गांव श्रृंगार में भगवान श्रीकृष्ण गाय चराने आते थे और यहां बैठकर उन्होंने मंदिर के किनारे सरोवर में स्नान भी किया था। सोमवार को इस यात्रा में करीब 25000 लोगों ने भाग लिया। गो रक्षा दल, बजरंग दल सहित अन्य हिंदू संगठन ने कार्यकर्ता इसमें हिस्सा ले रहे थे।

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