होम / World Theater Day : जानिए क्यों मनाया जाता है विश्व रंगमंच दिवस, क्या है इसका इतिहास

World Theater Day : जानिए क्यों मनाया जाता है विश्व रंगमंच दिवस, क्या है इसका इतिहास

Vir Singh • LAST UPDATED : March 27, 2022, 12:39 pm IST
ADVERTISEMENT

संबंधित खबरें

World Theater Day : जानिए क्यों मनाया जाता है विश्व रंगमंच दिवस, क्या है इसका इतिहास

World Theater Day

World Theater Day

इंडिया न्यूज, अंबाला:

World Theater Day आज विश्व रंगमंच दिवस है। हर साल 27 मार्च को यह दिवस मनाया जाता है। रंगमंच ही एक ऐसा जरिया है जो दुनिया के तमाम रहस्यों और घटनाओं को आज हमारे सामने लेकर आया है। रंगमंच दो शब्दों के मेल से बना है रंग और मंच, यानी ऐसा मंच जिस पर विभिन्न रंगों को लोगों के बीच प्रदर्शित या पेश किया जा सके। यानी रंगमच मनोरंजन का एक ऐसा पारंपरिक माध्यम है जिसके जरिये हम अपनी बात कई हजारों लाखों लोगों तक पहुंचा सकते है। हम सब जानते ही हैं कि, हम भारतवासी मनोरंजन व कला (entertainment and art) के कितने दीवाने हैं।

1961 में की गई थी अंतरराष्ट्रीय रंगमंच संस्थान की स्थापना

वर्ष 1961 में अंतरराष्ट्रीय रंगमंच संस्थान (International Theater Institute) की स्थापना की गई थी। विश्व रंगमंच दिवस मनाने के कई महत्वपूर्ण उद्देश्य हैं। मुख्य दुनियाभर के लोगों को मकसद लोगों को थिएटर के मूल्यों व इस महत्व बताना है। इसके अलावा रंगमंच संस्कृति के प्रति लोगों में दिलचस्पी पैदा करना और इससे जुड़े लोगो को सम्मानित करना भी इस दिवस को मनाने का मकसद है। रंगमंच का आनंद उठाना और इस रंगमंच के आनंद को दूसरों से शेयर करना, आदि उद्देश्यों की पूर्ति करने के मकसद से विश्व रंगमंच दिवस पूरी दुनिया में मनाया जाता है। अंतरराष्ट्रीय रंगमंच संस्थान दुनिया का सबसे बड़ा प्रदर्शन कला संगठन है। इसकी स्थापना नृत्य विशेषज्ञों और यूनेस्को ने साल 1948 में की थी। इसका मुख्यालय फ्रांस की राजधानी पेरिस में है।

सहस्त्रों वर्ष पुराना है रंगमंच का इतिहास

World Theater Day

बताया जाता है कि भारत के महाकवि कालिदास जी ने भारत की पहली नाट्यशाला में ही ‘मेघदूत’ की रचना की थी। भारत की पहली नाट्यशाला अंबिकापुर जिले के रामगढ़ पहाड़ पर स्थित है। इसका निर्माण महाकवि कालिदास जी ने ही किया था। भारत में रंगमंच का इतिहास आज का नहीं बल्कि सहस्त्रों वर्ष पुराना है आप इसके प्राचीनता को कुछ इस तरह से समझ सकते हैं कि पुराणों में भी इसका उल्लेख यम, यामी और उर्वशी के रूप में देखने को मिलता है। इनके संवादों से ही प्रेरणा लेकर लोगों ने नाटकों की रचना की जिसके बाद से नाट्यकला का विकास निश्चित हो सका तथा भारतीय नाट्यकला को शास्त्रीय रूप देने का कार्य भरतमुनि ने किया।

Also Read : Pravasi Bharatiya Divas 2022 Wishes

मनोरंजन के लिए पहले थियेटर एकमात्र विकल्प था

World Theater Day

पहले सिनेमा नहीं होता था इस कारण लोगों के मनोरंजन के लिए थियेटर ही एकमात्र विकल्प था। हालांकि हम सभी के लिए आज भी थिएटर का महत्व कम नहीं हुआ है। बॉलीवुड में कई नामी चेहरे थिएटर की ही देन है। इसके अलावा कई डॉक्युमेंट्रीज, वेबसीरीज व फिल्में थियेटर के जरिये हमें देखने, व सुनने को मिल रही हैं। यह सच्ची घटनाओं को रंगमंच के जरिए पुनर्जीवित करने का बेहतरीन जरिया है, जो इसके महत्व को बढ़ाने का काम कर रहा है।

Also Read : Happy New Year Wishes in Hindi 2022

अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होते हैं विभिन्न कार्यक्रम

World Theater Day

विश्व रंगमंच दिवस (world theater day) के अवसर पर अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर रंगमंच से संबंधित विभिन्न संस्थाओं वे समूहों द्वारा कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इसके अलावा, थिएटर प्रेमी, थिएटर पेशेवर, अकादमियां और स्कूल व थिएटर विश्वविद्यालय भी इसे मनाते हैं। इस दिन लोगों को रंगमंच के विषय और संस्कृति के बारे में प्रेरित करने और अवगत कराने के लिए इंटरनेशनल थियेटर इंस्टीट्यूट द्वारा थिएटर से संबंधित एक सम्मानित कलाकार को भी बुलाया जाता है जो विश्व थिएटर दिवस के लिए आधिकारिक संदेश जारी करता है।

Connect With Us : Twitter | Facebook Youtube

Tags:

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

शख्स दोस्तों के साथ मना रहा था अपना Birthday…तभी हुआ कुछ ऐसा भारत में मच गई चीख पुकार, मामला जान नहीं होगा विश्वास
शख्स दोस्तों के साथ मना रहा था अपना Birthday…तभी हुआ कुछ ऐसा भारत में मच गई चीख पुकार, मामला जान नहीं होगा विश्वास
अगर आपको है मर्दाना कमजोरी तो करें ये आसान Exercise, छूमंतर हो जाएगी सारी समस्या, वैवाहिक जीवन में मिलेगा चरम सुख
अगर आपको है मर्दाना कमजोरी तो करें ये आसान Exercise, छूमंतर हो जाएगी सारी समस्या, वैवाहिक जीवन में मिलेगा चरम सुख
पेट भरने वाली रोटी बनी कैंसर की वजह? धीमे-धीमे शरीर में जहर फैलाने का कर रही है काम, रिसर्च ने किया बड़ा खुलासा
पेट भरने वाली रोटी बनी कैंसर की वजह? धीमे-धीमे शरीर में जहर फैलाने का कर रही है काम, रिसर्च ने किया बड़ा खुलासा
लालू के बेटे को किया इस शख्स ने मानसिक प्रताड़ित, तेजस्वी ने लगाई पुलिस से एक्शन की गुहार
लालू के बेटे को किया इस शख्स ने मानसिक प्रताड़ित, तेजस्वी ने लगाई पुलिस से एक्शन की गुहार
सेब, जूस में मिलावट के बाद अब…केरल से सामने आया दिलदहला देने वाला वीडियो, देखकर खौल जाएगा आपका खून
सेब, जूस में मिलावट के बाद अब…केरल से सामने आया दिलदहला देने वाला वीडियो, देखकर खौल जाएगा आपका खून
BJP ने शुरू की दिल्ली विधानसभा की तैयारी… पूर्व APP नेता ने की जेपी नड्डा से मुलाकात, बताई पार्टी  छोड़ने  की बड़ी वजह
BJP ने शुरू की दिल्ली विधानसभा की तैयारी… पूर्व APP नेता ने की जेपी नड्डा से मुलाकात, बताई पार्टी छोड़ने की बड़ी वजह
शादी समारोह में गया परिवार…फिर घर लौटने पर छाया मातम, जानें पूरा मामला
शादी समारोह में गया परिवार…फिर घर लौटने पर छाया मातम, जानें पूरा मामला
पत्नी को हुए कैंसर के बाद Navjot Singh Sidhu ने दी ऐसी सलाह…बोले- ’10-12 नीम के पत्ते, सेब का सिरका और फिर स्टेज 4 कैंसर छू’
पत्नी को हुए कैंसर के बाद Navjot Singh Sidhu ने दी ऐसी सलाह…बोले- ’10-12 नीम के पत्ते, सेब का सिरका और फिर स्टेज 4 कैंसर छू’
ICC के फैसले का नहीं पढ़ रहा नेतन्याहू पर असर, लेबनान में लगातार बह रहा मासूमों का खून…ताजा हमलें में गई जान बचाने वालों की जान
ICC के फैसले का नहीं पढ़ रहा नेतन्याहू पर असर, लेबनान में लगातार बह रहा मासूमों का खून…ताजा हमलें में गई जान बचाने वालों की जान
शादी के मंडप पर अचानक पहुंची गर्लफ्रेंड… फिर हुआ हाई वोल्टेज फिल्मी ड्रामा
शादी के मंडप पर अचानक पहुंची गर्लफ्रेंड… फिर हुआ हाई वोल्टेज फिल्मी ड्रामा
पीएम जस्टिन ट्रूडो को आई अकल, भारतीयों के सामने झुकी कनाडा की सरकार…एक दिन बाद ही वापस लिया ये फैसला
पीएम जस्टिन ट्रूडो को आई अकल, भारतीयों के सामने झुकी कनाडा की सरकार…एक दिन बाद ही वापस लिया ये फैसला
ADVERTISEMENT