इंडिया न्यूज, New Delhi News। Presidential Election-2022 : यशवंत सिन्हा ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष की ओर से उम्मीदवार होने का ऐलान किया है। उन्होंने अपने नाम के ऐलान से पहले ट्वीट किया कि एक बड़े राष्ट्रीय उद्देश्य के लिए मुझे पार्टी से हटकर विपक्षी एकता के लिए काम करना चाहिए।
बता दें कि देश के नए राष्ट्रपति के लिए 18 जुलाई को चुनाव होना है। विपक्ष की ओर से यशवंत सिन्हा विपक्ष के उम्मीदवार होंगे और 21 को परिणाम जारी होगा।
27 जून को सुबह 11.30 बजे करेंगे नॉमिनेशन दाखिल
बता दें कि चुनाव से पहले राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों पर सभी की नजर है। विपक्ष की ओर से पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को राष्ट्रपति कैंडिडेट बनाया गया है। सिन्हा 27 जून की सुबह 11.30 बजे नॉमिनेशन दाखिल करेंगे।
मंगलवार को विपक्ष की बैठक में टीएमसी ने यशवंत सिन्हा का नाम रखा गया, जिसे विपक्ष के 19 दलों का समर्थन मिला। बैठक से पहले सिन्हा ने ट्वीट किया कि टीएमसी में उन्होंने मुझे जो सम्मान और प्रतिष्ठा दी, उसके लिए मैं ममता बनर्जी का आभारी हूं।
यशवंत सिन्हा ने कहा कि अब एक समय आ गया है, जब एक बड़े राष्ट्रीय उद्देश्य के लिए मुझे पार्टी से हटकर विपक्षी एकता के लिए काम करना चाहिए। मुझे यकीन है कि पार्टी मेरे इस कदम को स्वीकार करेगी।
ममता बनर्जी ने कहा सिन्हा को सभी प्रगतिशील विपक्षी दलों के संयुक्त उम्मीदवार
वहीं पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने यशवंत सिन्हा को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए सभी प्रगतिशील विपक्षी दलों के संयुक्त उम्मीदवार बनाए जाने पर यशवंत सिन्हा को बधाई। वे कुशाग्र बुद्धि के व्यक्ति हैं, जो निश्चित रूप से हमारे राष्ट्र का प्रतिनिधित्व करने वाले मूल्यों को बनाए रखेंगे।
सिन्हा ने दिया इस्तीफा
वहीं बताया जा रहा है कि तृणमूल कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने इस मुद्दे पर मंथन के बाद सिन्हा ने प्रस्ताव पर सहमति जताई है। यशवंत सिन्हा ने बैठक से पहले एक ट्वीट कर बड़े राष्ट्रीय कारणों के लिए पार्टी के काम से अलग हटने की भी घोषणा करते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
पवार-अब्दुल्ला पहले ही ठुकरा चुके हैं विपक्ष के प्रस्ताव को
बता दें कि शरद पवार, फारुख अब्दुल्ला और गोपाल कृष्ण गांधी विपक्ष के प्रस्ताव को ठुकरा चुके हैं। महात्मा गांधी के पोते गोपाल कृष्ण गांधी ने सोमवार को ही विपक्ष के नेताओं को राष्ट्रपति पद के लिए उनका नाम सुझाने पर धन्यवाद देते हुए चुनाव लड़ने न लड़ने की इच्छा जताई थी।
ऐसे में अब विपक्ष ने यशवंत सिन्हा को मैदान में उतारने का फैसला किया है। यशवंत सिन्हा भाजपा का दामन छोड़कर टीएमसी में शामिल हुए थे।