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India News (इंडिया न्यूज़), America Elections 2024: अमेरिका के लिये मेक्सिको के रास्ते इनलीगल माइग्रेंट का देश में प्रवेश एक बड़ी समस्या रही है। राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रसाशन के दौरान सीमा पार माइग्रेट के आगमन में रिकॉर्ड वृध्दि हुई है। इस बार के राष्ट्रपति चुनाव में यह एक बड़ा मुद्दा रहने वाला है जो राष्ट्रपति बाइडेन के लिए एक बड़ा सिरदर्द बनेगा। जबकि इस मसले पर डोनाल्ड ट्रंप का रूख बेहद आक्रामक रहा हैं।
एक सर्वे में यह बात सामने आई है कि दो-तिहाई से अधिक अमेरिकी, बाइडेन के इस मसले से निपटने के तरीके से असंतुष्ट हैं। वहीं डोनाल्ड ट्रम्प ने इस मुद्दे को जोर शोर से उठा रहे हैं। उन्होंने अपने कार्यकाल की कठोर इमीग्रेशन पॉलिसी को बहाल करने और इसे और कठोर करने की बात कही है। उन्होंने वादा किया है कि अगर वे सरकार में वापस लौटे तो, अमेरिकी इतिहास में सबसे बड़ा निर्वासन अभियान शुरू करेंगे।
बाइडेन सरकार के इस कार्यकाल के दौरान 6.3 मिलियन यानी 63 लाख से अधिक प्रवासियों को अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश के दौरान हिरासत में लिया गया है। यह आंकड़ा ट्रम्प या ओबामा सरकार से बहुत ज्यादा है।
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अगर देखा जाये तो इनलीगल माइग्रेंट का अमेरिका में दाखिल होना 2018 के बाद से बढ़ना शुरू हुआ। इसके पीछे की मुख्य वजह मध्य अमेरिका के देशों में हिंसा, भूखमरी, गरीबी, राजजनीतिक उठा-पटक, दमन और प्राकृतिक आपदाएं शामिल रहीं हैं। इनमें कमी केवल 2020 के शुरुआत में देखने को मिली क्योंकि उस दौरान विश्व कोरोना महामारी के दौर से गुजर रहा था और हर जगह कठोर लॉकडाउन लगा हुआ था। उस वर्ष मार्च और अप्रैल के बीच 53% से अधिक की भारी कमी देखी गई।
चूंकि 2021 की शुरुआत में लॉकडाउन को हटा लिया गया जिसके बाद इस संख्या में लगातार वृद्धि हुई है। दिसंबर 2023 में 302,000 से अधिक माइग्रेंट अमेरिका में दाखिल हुए जो अबतक के उच्च स्तर पर पहुंच गई।
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हालांकि, जनवरी 2024 में यह आंकड़ा लगभग 50% गिरकर 124,220 हो गया। मध्य अमेरिका के अलावा प्रवासी अब पश्चिम अफ्रीका, भारत और मध्य पूर्व जैसे सुदूर क्षेत्रों से आते हैं। अमेरिका के बाहर से आने वाले प्रवासियों में सबसे अधिक वृद्धि चीन से हुई है। पिछले साल अमेरिका-मेक्सिको सीमा पर 37,000 से अधिक चीनी नागरिकों को हिरासत में लिया गया था, जो दो साल पहले की तुलना में लगभग 50 गुना अधिक है।
2022 में अमेरिका में शरण पाने वाले लोगों की संख्या दोगुनी हो गई है। जिसमें बड़े पैमाने पर वेनेजुएला, निकारागुआ और क्यूबा के प्रवासी शामिल थे। मानवीय प्रवासन के मामले में अमेरिका अब जर्मनी के बाद दूसरे स्थान पर है।
दूसरा इस बढोत्तरी के पीछे की वजह अमेरिका में सरकार का बदलना भी रहा। जहां इस मुद्दे को लेकर ट्रम्प बेहद आक्रामक रहे हैं वहीं बाइडे की नीतियां और रूख नम रहा है। ट्रम्प तो मेक्सिको बॉर्डर पर दीवार खड़ा करना चाहते थे जिसका मकसद अमेरिकी सीमा को बंद करना था लेकिन यह सफल नहीं हो सका।
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