India News(इंडिया न्यूज),America-Russia Tension: रूस और अमेरिका के संबंध को लेकर पूरी दुनिया जानती है। वहीं इस मामले में अब अमेरिका ने रूस को लेकर एक बड़ा कदम उठाया है जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने शुक्रवार को यूक्रेन आक्रमण की दूसरी वर्षगांठ पर रूस में 500 से अधिक ठिकानों पर प्रतिबंधों की घोषणा की इसके साथ ही राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की “युद्ध मशीन” को रोकने के लिए निरंतर दबाव डालने का वादा किया।

नवलनी के मौत के बाद की स्थिति

मिली जानकारी के अनुसार बता दें कि, ट्रेजरी विभाग द्वारा युद्ध की शुरुआत के बाद से सबसे बड़ी एकल किश्त के रूप में वर्णित प्रतिबंधों में पुतिन के सबसे मुखर आलोचक एलेक्सी नवलनी की एक सप्ताह पहले जेल में हुई मौत के लिए जुर्माना लगाने की मांग की जाएगी। जिसके बाद राष्ट्रपति बाइडन ने कहा कि, 500 ​​से अधिक प्रतिबंध, जिनका आज दिन में अनावरण होने की उम्मीद है, “नवलनी के कारावास से जुड़े व्यक्तियों के साथ-साथ रूस के वित्तीय क्षेत्र, रक्षा औद्योगिक आधार, खरीद नेटवर्क और कई महाद्वीपों में प्रतिबंध चोरों को निशाना बनाएंगे।”

बाइडन को कीमत चुकानी पड़ेगी

बाइडन ने आगे एक बयान में कहा, “वे यह सुनिश्चित करेंगे कि पुतिन को विदेश में अपनी आक्रामकता और घरेलू दमन के लिए और भी अधिक कीमत चुकानी पड़े।” उन्होंने कहा, “हम रूस की युद्ध मशीन को पिछले दरवाजे से समर्थन मुहैया कराने वाली करीब 100 इकाइयों पर नए निर्यात प्रतिबंध भी लगा रहे हैं।”

बाइडन ने क्या कहा?

बाइडन ने एक बयान में कहा, अमेरिका रूस को सहायता देने वाले लगभग 100 संस्थाओं पर एक्सपोर्ट प्रतिबंध भी लगाएगा। इसके पिछे अमेरिका का उद्देश्य रूस के तेल और एनर्जी से मिलने वाले पैसे पर चोट पहुंचाना है। बाइडेन ने कहा ये सभी कदम यूक्रेन के साथ युद्ध और विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी की मौत के लिए रूस को जवाबदेह ठहराना है। उन्होंने कहा, पुतिन को अपनी आक्रामकता की कीमत चुकानी पड़ेगी।

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