संबंधित खबरें
भारत में आतंकवाद फैलाने वाले को ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में कैसे मिल गई एंट्री? कार्यक्रम में ही करने लगा भारत विरोधी काम, देख खौल जाएगा खून
क्या ट्रंप के आगे झुकेगा दुनिया का सबसे धाकड़ राष्ट्रपति? दी ऐसी धमकी रूस में मचा हंगामा, होने वाला है एक और जंग का अंत!
ट्रंप के राष्ट्रपति बनते ही कंगाल पाकिस्तान को लगा बड़ा झटका, इस फैसले से भीख मांगने पर मजबूर हो जाएंगे मुसलमान! सदमे में आए कई इस्लामिक देश
राष्ट्रपति बनते ही बौराए ट्रंप! भारत सहित 11 देशों को दे डाली 'खुली धमकी', दुनिया भर में मच गई खलबली
कितना पावरफुल है अमेरिका, जिसके बल पर इतरा रहे Donald Trump? जानें ताकतवर देशों में भारत का क्या है हाल
ट्रंप के सिंघासन संभालते ही इस मुस्लिम देश में मची चीख-पुकार, 2 'शैतानों' का सामना करने को बनाया सीक्रेट प्लान, हो गया लीक
India News (इंडिया न्यूज), Pakistan Terror Attack: पाकिस्तान में तालिबान की बढ़ती हिंसा के बीच आतंकियों ने एक बार फिर पुलिसकर्मियों को निशाना बनाया है। बताया गया कि शुक्रवार को अफगान सीमा के पास 10 पुलिसकर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वहीं, 7 अन्य जवान घायल हो गए। इस घटना की जानकारी पुलिस सूत्रों से मिली है। रिपोर्ट के अनुसार, इस्लामिक आतंकी समूह तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने गुरुवार को हुए हमले की जिम्मेदारी ली है। यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब पाकिस्तान अपने उत्तर-पश्चिम में आतंकी हमलों के फिर से उभरने के साथ-साथ दक्षिण में जातीय अलगाववादी विद्रोह से जूझ रहा है।
जानकारी के अनुसार, तीन वरिष्ठ पुलिस सूत्रों ने नाम न बताने की शर्त पर हमले की पुष्टि करते हुए कहा कि आतंकवादियों के एक बड़े समूह ने चौकी पर हमला किया है। इसके साथ ही फ्रंटियर कांस्टेबुलरी सुरक्षा बल के सदस्यों की हत्या कर दी गई है। वहीं, उत्तर-पश्चिमी प्रांत खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन खान गंदापुर ने शुक्रवार को एक बयान में हमले की पुष्टि की, जिसमें उन्होंने इसकी निंदा की, लेकिन मृतकों की संख्या नहीं बताई। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) समूह ने जिम्मेदारी लेते हुए अपने बयान में कहा कि यह हमला एक वरिष्ठ नेता उस्ताद कुरैशी की हत्या का बदला है।
पाकिस्तानी सेना ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि कुरैशी अफगानिस्तान की सीमा से लगे बाजौर जिले में खुफिया जानकारी पर आधारित अभियान में मारे गए नौ लोगों में से एक था। इसमें दो आत्मघाती हमलावर भी शामिल थे।
दरअसल, इस्लामाबाद का कहना है कि टीटीपी अफगानिस्तान को एक आधार के रूप में इस्तेमाल करता है और सत्तारूढ़ तालिबान प्रशासन ने सीमा के करीब समूह को सुरक्षित पनाहगाह प्रदान की है। तालिबान इससे इनकार करता है।
साल 2021 में अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता में लौटने के बाद से पाकिस्तान में इस तरह के हमलों की संख्या बढ़ रही है। पाकिस्तानी तालिबान आतंकवादियों ने ज्यादातर सुरक्षा बलों को निशाना बनाया है। इससे पहले भी आतंकी इस इलाके में पुलिस को निशाना बनाते रहे हैं। इससे पहले अगस्त में भी आतंकियों ने पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में पुलिस टीम पर रॉकेट से हमला किया था। इस हमले में कम से कम 11 पुलिसकर्मी मारे गए थे। आतंकियों ने कई पुलिसकर्मियों को बंधक भी बना लिया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस की गाड़ी पर तब हमला हुआ जब पुलिस वैन कीचड़ भरी सड़क में फंस गई थी।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.