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India News(इंडिया न्यूज),Australia: ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में एक दंपत्ति ने भारतीय महिला को पीछले 8 सालों से गुलाम बनाकर रखा था। जिसका खुलासा ऑस्ट्रेलियाई संघीय पुलिस की जांच में हुआ है। जहां दंपत्ति की पहचान 55 वर्षीय कुमुथिनी कन्नन और उनके पति कंडासामी कन्नन के रूप में हुई है। जिसके बाद ऑस्ट्रेलिया की पुलिस ने एक बयान में कहा कि, कुमुथिनी कन्नन और उनके पति कंडासामी कन्नन को पहले 2007 और 2015 के बीच अपने माउंट वेवर्ली स्थित घर में एक महिला जिसकी उम्र अब साठ साल है उसको गुलाम बनाने के लिए दोषी ठहराया गया और सजा सुनाई गई।
बता दें कि, ऑस्ट्रेलिया के दंपत्ति कुमुथिनी और उसके पति को पहले गुलामी के अपराधों के लिए चार साल की गैर-पैरोल अवधि के साथ आठ साल की कैद की सजा सुनाई गई थी। पीड़िता को अपने घर में गुलाम बनाकर रहने के आरोप में उन्हें 2021 में दोषी ठहराया गया और जेल में डाल दिया गया। वहीं दंपत्ति की सजा जनवरी 2026 में खत्म होने वाली थी। जिसके बाद कुमुथिनी कन्नन को जांच के दौरान पीड़िता को धमकाने और सबूत न देने का दबाव बनाने के लिए ढाई साल की अतिरिक्त सजा सुनाई गई है। ऑस्ट्रेलियाई संघीय पुलिस ने जून 2016 में दंपत्ति पर गुलामी के अपराध का आरोप लगाया और 2020 में, मुकदमे की प्रतीक्षा के दौरान, कुमुथिनी ने पीड़िता को धमकी दी और अदालती कार्यवाही के दौरान सबूत न देने की चेतावनी दी थी।
वहीं स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के रिपोर्ट के अनुसार, बुजुर्ग महिला का शोषण इसलिए हो सका क्योंकि महिला का परिवार भारत में था, वह अंग्रेजी नहीं बोलती थी और उसका पासपोर्ट कन्नन ने छीन लिया था। कुमुथिनी कन्नन और उनके पति कंडासामी कन्नन ने तमिलनाडु की पीड़िता को खाना पकाने, सफाई करने और अपने बच्चों की देखभाल करने के दौरान गंदी परिस्थितियों में रहने के लिए मजबूर किया था। जिसके बाद पुलिस ने कहा कि, पीड़िता जिसकी उम्र अब साठ के आसपास है, वह गंभीर कुपोषण शिकार हो गई, मधुमेह और पैरों और हाथों में गैंग्रीन के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
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