Britain Demography: दुनियाभर में 50 से भी ज्यादा ऐसे देश हैं जो गुलाम बन चुके हैं. वहीं अब ब्रिटेन को भी ये डर खाए जा रहा है कि कहीं उसे भी इस मुसीबत का सामना नहीं करना पड़े. अरब जगत में जहां इस्लामी सेना की अवधारणा को हवा दी जा रही है, वहीं ब्रिटेन में भी ऐसी ही चिंगारी भड़क उठी है. गुलाम बनने के डर से लोग सड़कों पर उतर आए. आज़ादी के नारे बुलंद हुए. जिस ब्रिटेन ने सैकड़ों सालों तक दुनिया के अलग-अलग देशों पर राज किया, जिस ब्रिटिश राज में कभी सूरज नहीं डूबता था, वही ब्रिटेन आज एक एक ऐसे डर में जी रहा हैं जिनकी उन्होंने शायद ही कभी इसकी कल्पना की थी. ब्रिटेन के मूल निवासी गुलाम बनने से डरे हुए हैं. आइए जान लेते हैं कि उन्हें अपनी आजादी छिन जाने का डर क्यों है.
सड़कों पर निकाला गया जुलूस
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ब्रिटेन के नागरिकों का कहना है कि देश में बढ़ती अप्रवासियों की संख्या उनकी आज़ादी पर खतरा है. इसके विरोध में लाखों लोग लंदन की सड़कों पर उतर आए. इतना ही नहीं अप्रवासियों की बढ़ती संख्या के विरोध में लंदन की सड़कों पर ‘यूनाइट द किंगडम’ नाम से एक रैली निकाली गई. प्रदर्शनकारियों ने वेस्टमिंस्टर ब्रिज तक मार्च किया. हर जगह ब्रिटिश झंडे लहराते हुए दिखाई दिए. आयोजकों ने इस बात का भी दावा किया है कि इस विरोध प्रदर्शन में दस लाख लोग शामिल हुए. ये विरोध प्रदर्शन सबसे पहले उन होटलों के बाहर शुरू हुए जहां शरणार्थी बसे हुए हैं.
देश वापस की उठाई मांग
इतना ही नहीं प्रोटेस्ट के दौरान ब्रिटिश पीएम कीर स्टारमर सरकार के खिलाफ भी खूब नारेबाजी की गई. प्रदर्शनकारियों ने कहा, “हमें अपना देश वापस चाहिए. किसी भी कीमत पर अप्रवासियों को वापस भेजो. इंग्लिश चैनल पार करके ब्रिटेन में अवैध रूप से घुसने वाले अप्रवासियों को रोकने की मांग की गई. कहा गया कि ब्रिटेन के मूल नागरिक अब अप्रवासियों का बोझ नहीं उठाएंगे. वे लड़ेंगे और अपनी असली पहचान बचाएंगे.