G20 Summit: जी20 शिखर सम्मेलन (G20 summit) का आयोजन इस बार दक्षिण अफ्रीका (South Africa) के जोहान्सबर्ग में हुआ था. इस दौरान सभी देशों ने मिलकर जलवायु परिवर्तन पर एक ऐतिहासिक घोषणापत्र पारित किया है. दरअसल, इस घोषणापत्र पर अमेरिका के विरोध और बहिष्कार के बाद भी सभी देशों ने मुहर लगा दी है. जी20 समूह के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है. क्योंकि पहली बार जी20 में शामिल दुनिया भर के नेताओं ने अमेरिका के बिना पहली बार एक संयुक्त घोषणा पत्र जारी कर दिया है.
जलवायु परिवर्तन पर घोषणापत्र पारित हुआ
दरअसल, अमेरिका काफी समय से जोहान्सबर्ग में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन का बहिष्कार कर रहा है. जिसके कारण मेजबान दक्षिण अफ्रीका के साथ अमेरिका के राजनयिक मतभेद को बताया गया है. रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने बताया कि “अमेरिका घोषणापत्र के शब्दों पर आपत्ति जता रहा है.” साथ ही उन्होंने अपनी तरफ से यह भी साफ कर दिया कि लवायु परिवर्तन को लेकर पारित घोषणापत्र पर अब अमेरिका से वापस बातचीत नहीं की जा सकती है. रमफोसा के दिए इस बयान से अमेरिका और दक्षिण अफ्रीका के बीच जारी तनाव पूरी दुनिया के सामने आ चुका है.
जोहान्सबर्ग, साउथ अफ्रीका: G-20 समिट में शामिल देशों के शीर्ष नेता पारिवारिक तस्वीर के लिए एकत्रित हुए।
(सोर्स: DD न्यूज़) pic.twitter.com/WVtrENHMw8
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 22, 2025
अमेरिका ने जताया विरोध
शिखर सम्मेलन में दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने संयुक्त घोषणापत्र के लिए सहमति को स्वीकार किया. साथ ही उन्होंने कहा, ‘हमें सम्मेलन की शुरूआत में ही घोषणापत्र को स्वीकार करना चाहिए.’ वहीं रामफोसा के प्रवक्ता विंसेंट मैग्वेन्या ने कहा कि “शिखर सम्मेलन की कार्यवाही की शुरुआती दौर में इसे स्वीकार कर लिया है. यह कदम पूरे समर्थन के साथ उठाया गया है.” दक्षिण अफ्रीका के अधिकारियों ने जानकारी दी कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रिटोरिया पर दबाव डाला था. ताकी हम सभी देश उनकी गैर-मौजूदगी में घोषणापत्र को स्वीकार न करें.
पीएम मोदी का दौरा
MEA के स्पोक्सपर्सन, रणधीर जायसवाल ने ट्वीट किया, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साउथ अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में G20 लीडर्स समिट के सेशन II को संबोधित किया. प्रधानमंत्री ने खाद्य सुरक्षा को मज़बूत करने के लिए क्लाइमेट एजेंडा पर ज़्यादा मिलकर काम करने की अपील की और भारत की प्रेसीडेंसी के दौरान अपनाए गए खाद्य सुरक्षा पर डेक्कन सिद्धांतों पर ज़ोर दिया. उन्होंने इस बात की तारीफ़ की कि भारत द्वारा शुरू किए गए आपदा जोखिम न्यूनीकरण कार्य समूह को आगे बढ़ाया जा रहा है. प्रधानमंत्री ने G20 देशों से वित्त, प्रौद्योगिकी और कौशल विकास जुटाने के लिए CDRI के साथ मिलकर काम करने की भी अपील की.