शहबाज शरीफ ने बांधे ट्रंप के तारीफों के पुल
गाजा में युद्धविराम के मुद्दे पर जब दुनिया के तमाम नेता अपनी राय रख रहे थे, तभी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अप्रत्याशित रूप से भारत-पाकिस्तान संबंधों का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि जिस तरह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान को युद्धविराम की दिशा में धकेला, वह कदम शांति स्थापना का प्रतीक है. उन्होंने जोर देकर कहा कि ट्रंप इस भूमिका के लिए “नोबेल शांति पुरस्कार” के योग्य हैं.
क्या कहा ट्रंप ने?
शरीफ के इस बयान के तुरंत बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा कि आपने इतना खूबसूरत कहा कि अब कुछ बोलने को नहीं बचा. चलो घर चलते हैं. उनकी इस बात पर हॉल में मौजूद नेता मुस्कुरा उठे. इसके बाद ट्रंप ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि भारत एक महान देश है और उसके शीर्ष पर मेरा एक अच्छा दोस्त है. उसने शानदार काम किया है. उन्होंने शहबाज शरीफ की ओर मुस्कुराते हुए कहा कि मुझे लगता है कि पाकिस्तान और भारत बहुत अच्छे से साथ रहेंगे, है ना? इस टिप्पणी को कई कूटनीतिक हलकों में एक संकेत के रूप में देखा जा रहा है.
ट्रंप का पुराना दावा फिर दोहराया
डोनाल्ड ट्रंप पहले भी कई बार दावा कर चुके हैं कि भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर उनकी वजह से हुआ था. उनका कहना है कि जब भारत ने कश्मीर में आतंकी हमलों के बाद पाकिस्तानी ठिकानों पर ऑपरेशन सिंदूर चलाया, तब उन्होंने दोनों देशों पर आर्थिक दबाव डालकर युद्धविराम के लिए मजबूर किया. गाजा शांति वार्ता से ठीक पहले भी ट्रंप ने 50वीं बार यह दावा दोहराया. हालांकि, भारत ने हमेशा ट्रंप के इन दावों को खारिज किया है. भारत का कहना है कि यह उसका आंतरिक और द्विपक्षीय मसला है, और इसमें किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की आवश्यकता नहीं है.
गाजा शांति मंच से निकला बड़ा राजनीतिक संदेश
गाजा पीस समिट का मकसद भले ही इज़राइल-हमास युद्ध को खत्म करने की दिशा में बातचीत करना था, लेकिन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के बयान ने एक बार फिर भारत-पाकिस्तान सीमा और डोनाल्ड ट्रंप की भूमिका को सुर्खियों में ला दिया.