India News (इंडिया न्यूज), Giorgia Meloni Deepfake Videos: इटली के प्रधान मंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने डीपफेक वीडियो का शिकार होने के बाद 100,000 यूरो ($100,000 से अधिक) का हर्जाना मांगा है। मेलोनी से जुड़े कई अश्लील वीडियो वेब पर प्रसारित हो रहे हैं, जिसके कारण मेलोनी ने कानूनी कार्रवाई की है।

पिता-पुत्र गिरफ्तार

वीडियो बनाने के आरोपी दो लोगों, एक पिता और पुत्र को हिरासत में लिया गया है। जिनकी उम्र क्रमशः 74 और 40 वर्ष है। इस मामले में मानहानि के आरोपों के तहत जांच की जा रही है। पुलिस ने कहा कि वे उस मोबाइल डिवाइस को ट्रैक करके आरोपी को ढूंढा गया जिसका यूज वे वीडियो को ऑनलाइन पोस्ट करने के लिए किये थे।

इससे पहले भी एक डीपफेक वीडियो वायरल

साल 2022 में मेलोनी के पीएम बनने से पहले ही उनका एक अश्लील डीप फेक वीडियो की अश्लील वेबसाइट पर पोस्ट किए गए थे। एक अभियोग के अनुसार इस वीडियो को लाखों बार देखा गया था।

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हिंसा पीड़ित महिलाओं को करेंगी दान

मेलोनी को 2 जुलाई को सार्डिनियन शहर सासारी की एक अदालत में गवाही देनी है, जिसमें वह हर्जाने की मांग करेगी। यदि मुआवजे मिलता है तो वह इसे पुरुष हिंसा की शिकार महिलाओं को दान करेंगी।

क्या है डीपफेक?

यूएस होमलैंड सिक्योरिटी के अनुसार, डीपफेक एआई या मशीन लर्निंग का एक रूप है। जिसके द्वारी किसी व्यक्ति की आवाज, बोलने के हाव-भाव को कॉपी करके रियल प्रतीत होने वाले वीडियो या फोटो बनाये जाते हैं। अक्सर आज कल देखने में आया है कि ये डीपफेक वीडियो किसी फेमस व्यक्ति को बदनाम करने या भ्रम फैलाने के उद्देश्य से बनाये जाते हैं।

मेलोनी पहली नहीं हैं

पाकिस्तान के आम चुनाव के दौरान ये डीपफेक वीडियो के जरिये पूर्व पाकिस्तानी पीएम इमरान खान को टारगेट किया गया। एआई-जनरेटेड ऑडियो में इमरान को यह कहते हुए सुना गया था, “प्रिय पाकिस्तानियों, हमारी पार्टी और ईसीआई की मिलीभगत (सत्तारूढ़ गठबंधन के साथ) पर अनुचित कार्रवाई को देखते हुए , हमने न्याय की सभी उम्मीदें खो दी हैं और इस चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला किया है।

इससे पहले 2022 में, यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादमिर ज़ेलेंस्की का एक मिनट लंबा डीपफेक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें वह अपने सैनिकों को हथियार डालने और रूस के खिलाफ लड़ाई में आत्मसमर्पण करने का आदेश दे रहे थे।

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