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India News (इंडिया न्यूज), US President Election 2025 : खुद को दुनिया की महाशक्ति कहने वाले देश अमेरिका में आज यानी 5 नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव हो रहे हैं। इस बार राष्ट्रपति पद के लिए डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस के बीच मुकाबला है। अमेरिका का नया राष्ट्रपति कौन होगा, यह आज शाम तक पता चल जाएगा। अभी तक के सर्वे की मानें तो दोनों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है। लेकिन अगर इस चुनाव में दोनों नेताओं के बीच बराबरी हो गई तो क्या होगा? या फिर अगर दोनों में से कोई भी अमेरिकी चुनाव जीतने के लिए जरूरी इलेक्टोरल कॉलेज में बहुमत हासिल नहीं कर पाया तो क्या होगा? दरअसल, अमेरिका में राष्ट्रपति बनने का फैसला राष्ट्रीय स्तर पर लोगों के वोट से नहीं, बल्कि 538 सदस्यों वाले इलेक्टोरल कॉलेज से होता है, जिसमें हर राज्य को उतने ही इलेक्टर मिलते हैं, जितने कांग्रेस में उसके प्रतिनिधि हैं।
इसके अलावा अगर कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप दोनों ही 270 इलेक्टोरल वोट हासिल करने में असफल हो जाते हैं, तो अमेरिकी संविधान के मुताबिक कांग्रेस फैसला करेगी। विशेष रूप से, नव निर्वाचित प्रतिनिधि सभा जनवरी में राष्ट्रपति का चयन करेगी, जबकि सीनेट अगले उपराष्ट्रपति का चयन करेगी। ऐसे कई संभावित परिदृश्य हैं जो 269-269 इलेक्टोरल कॉलेज वोटों के साथ बराबरी पर समाप्त हो सकते हैं।
अगर बराबरी होती है, तो कांग्रेस में अचानक चुनाव होंगे। ऐसा कुछ ऐसा है जो आधुनिक अमेरिकी इतिहास में कभी नहीं हुआ है। पिछली बार जब बराबरी के कारण कांग्रेस को राष्ट्रपति का चुनाव करना पड़ा था, वह 1800 में था, जब थॉमस जेफरसन का मुकाबला मौजूदा राष्ट्रपति जॉन एडम्स से था। गहराई से विभाजित प्रतिनिधि सभा आम सहमति तक पहुँचने के लिए संघर्ष करती रही। जेफरसन अंततः 36वें मतपत्र पर राष्ट्रपति चुने गए। आधुनिक अमेरिकी राजनीतिक इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ है। अमेरिका में ऐसा पिछली बार 1800 में हुआ था।
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