इंडिया न्यूज़ (दिल्ली) : लेफ्टिनेंट जनरल सैयद असीम मुनीर को पाकिस्तान को अगल सेना प्रमुख चुना गया है। बता दें कि पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा की 29 नवंबर 2022 को रिटायर हो रहे हैं। मुनीर को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री मुहम्मद शहबाज शरीफ ने बाजवा के सहयोग से चुना है। आपको बता दें, मुनीर को पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान का कट्टर विरोधी माना जाता है।
जानकारी दें, पाक पीएम शहबाज शरीफ सेना प्रमुख के रूप में लेफ्टिनेंट जनरल मुनीर को चुनने के अलावा लेफ्टिनेंट जनरल साहिर शमशाद मिर्जा को ज्वॉइन्ट चीफ्स ऑफ स्टाफ कमिटी के तौर पर नियुक्त किया है। वह वर्तमान CJCSC जनरल नदीम रजा की जगह लेंगे। पाकिस्तान में ज्वॉइन्ट चीफ्स ऑफ स्टाफ कमिटी एक अंतर-सेवा फोरम के रूप में काम करता है, जो तीनों सशस्त्र बलों के बीच समन्वय का कार्य करता है। CJCSC प्रधानमंत्री और राष्ट्रीय कमान प्राधिकरण के प्रमुख सैन्य सलाहकार के रूप में भी काम करता है। जानकारी दें, मुनीर कि नियुक्ति कि जानकारी पाकिस्तान की सूचना मंत्री ने जानकारी दी है। पाकिस्तान की सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अपनी मौजूदा संवैधानिक शक्तियों का प्रयोग करते हुए लेफ्टिनेंट जनरल मुनीर को सेना प्रमुख के तौर पर चुना है। मरियम ने कहा कि राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को इस बारे में जानकारी देते हुए संबंधित विवरण भेज दिया गया है।
وزیراعظم پاکستان محمد شہباز شریف نے آئینی اختیار استعمال کرتے ہوئے لیفٹنٹ جنرل ساحر شمشاد مرزا کو چئیرمین جوائنٹ چیفس آف سٹاف اور لیفٹنٹ جنرل سید عاصم منیر کو چیف آف دی آرمی سٹاف مقرر کرنے کا فیصلہ کیا ہے۔ اس بابت سمری صدر پاکستان کو ارسال کر دی گئی ہے۔
— Marriyum Aurangzeb (@Marriyum_A) November 24, 2022
जानकारी दें, बाजवा अगस्त 2019 में ही सेवानिवृत्त होने वाले थे, लेकिन तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान ने रिटायर होने से तीन महीना पहले उनके कार्यकाल को तीन साल के लिए बढ़ा दिया। इसके बाद उनकी एक और सेवा विस्तार को लेकर अटकलें लगती रही और कहा जाता है कि इमरान खान इसके लिए तैयार नहीं हुए। यही मुद्दा उन दोनों के बीच खटास का कारण बना। हालाँकि, बाजवा में बाद में कहा था कि वे आगे सेवा विस्तार नहीं लेंगे।
वहीं, नवनियुक्त सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट मुनीर की अगर बात करें तो वे सितंबर 2022 में ही रिटायर होने वाले थे, लेकिन उनका कार्यकाल बढ़ाकर 27 नवंबर 2022 तक किया गया था। अब 61 वर्षीय मुनीर सेना प्रमुख के रूप में अगले तीन साल तक काम करेंगे। मुनीर को जनरल बाजवा का खास माना जाता है।
जानकरी हो,अक्टूबर 2018 में मुनीर को बाजवा की सिफारिश के बाद कुख्यात इंटेलीजेंस एजेंसी ISI का चीफ बनाया गया था। हालाँकि, सिर्फ 8 महीने बाद ही उन्हें पद से हटा दिया गया था। दरअसल, मुनीर ने इमरान खान की बीवी बुशरा बीबी से जुड़े भ्रष्टाचार का खुलासा किया था। इसके बाद इमरान खान ने मुनीर को हटा दिया था।
ISI के डीजी रहने के दौरान मुनीर ने इमरान खान से कहा था कि पंजाब प्रांत के अंदर हालात बेहद खराब हैं। अगर वहाँ नेतृत्व परिवर्तन नहीं किया गया तो सेना और सरकार के लिए परेशानियाँ पैदा हो सकती हैं। मुनीर ने यहाँ तक इमरान खान से कह दिया था कि पंजाब में जो हालात हैं, उनकी वजह से सेना का नाम खराब हो रहा है, क्योंकि सेना इमरान खान के साथ है।
आपको बता दें, मुनीर कि नियुक्ति पर सत्ताधारी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज का कहना है कि मुनीर सेना प्रमुख के लिए सबसे उपयुक्त हैं और वही पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को सही जवाब दे सकते हैं। अब सारी निगाहें राष्ट्रपति अल्वी पर टिकी हैं, कि वे एक मुल्क के प्रमुख के रूप में प्रधानमंत्री की अनुशंसा का स्वीकार करते हैं या अपनी पार्टी के प्रमुख इमरान खान से इस मामले में सलाह-मशविरा कर अड़ंगा लगाएँगे।
इधर, PTI के प्रमुख और सेना द्वारा प्रधानमंत्री पद से हटाए गए इमरान खान ने इस नियुक्ति को लेकर कहा, “राष्ट्रपति अल्वी सेना प्रमुख की नियुक्ति के मामले पर निश्चित रूप से मुझसे परामर्श करेंगे और कानून और संविधान के अनुसार निर्णय लेंगे। मैं उस पार्टी का मुखिया हूँ, जिससे डॉ. अल्वी हैं।” इसपर पाकिस्तान के रक्षा मंत्री रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा राष्ट्रपति को प्रधानमंत्री की सलाह का समर्थन करना चाहिए, ताकि विवाद पैदा न हो। उन्होंने कहा, “यह हमारे देश और अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने में भी मदद करेगा। फिलहाल सब कुछ ठप है।”
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