India News (इंडिया न्यूज़), India Canada Row: खालिस्तानी समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या विवाद को लेकर भारत और कनाडा के बीच सियीसी हलचल तेज है। इसी क्रम में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने अपना बयान दिया है। उन्होंने भारत और कनाडा के बीच संतुलन बनाने की सलाह दी है।

उन्होंने कहा कि, हम कनाडा की राजनयिक उपस्थिति में समानता सुनिश्चित करने मे लगे हैं। आगे कहा कि ”ये (कनाडा के राजनयिक) लोग हमारे आंतरिक मामलों में भी दखल देते हैं। ऐसे में दोनों देशों के बीच सुंतलन बनाने की जरूरत है। इसको लेकर चर्चा चल रही है।” वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक 21 सितंबर को भारत ने कनाडा से डिप्लोमैट कम करने के लिए कहा था।

  • डिप्लोमैट कम करने की चेतावनी
  • भारत और कनाडा के बीच बढ़ता तनाव

संतुलन बनाने की जरूरत

भारत सरकार ने कनाडा से कहा है कि, 40 डिप्लोमैट देश छोड़ दें। नहीं तो राजनियक को मिलने वाली छूट खत्म कर दी जाएगी। इसके साथ ही सरकार ने 10 अक्टूबर तक का अल्टीमेटम दिया है। जिसके बाद में विदेश मंत्रालय ने कहा था कि, भारत में कनाडा के जरूरत से ज्यादा राजनयिक हैं, ऐसे में संतुलन बनाने की जरूरत है। ऐसे समय में कनाडा के पीएम ट्रूडो का ये बयान पर सवाल खड़ी हो रही है।

कनाडा के प्रधानमंत्री का आरोप

वहीं कुछ दिनों पहले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने दावा किया था कि हरदीप सिंह निज्जर के हत्या मामले में भारतीय एजेंटों का हाथ है। जिसके बाद से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया। ट्रूडो के आरोपों को भारत ने खंडन करते हुए, उसे बेतुका बताया था। भारत द्वारा कहा गया था कि  कनाडा अब खालिस्तानी समर्थकों के लिए सुरक्षित पनाहगाह बन गया है। जिसके बाद कनाडा ने एक भारतीय अधिकारी को निष्कासित कर दिया। जिसपर भारत ने एक्शन लेते हुए कनाडाई वरिष्ठ राजनयिक को निष्कासित कर दिया।

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