संबंधित खबरें
PM Modi के मजबूत नेतृत्व के सामने झुकी अमेरिका, बदलना पड़ा ये कानून, मुंह ताकते रह गए जिनपिंग-शहबाज
न अमेरिका, न यूरोप, 1 टीवी शो की वजह से रूस-यूक्रेन के बीच छिड़ गई जंग, वो एक्टर जो आगे चलकर बना राष्ट्रपति और बर्बाद कर दिया अपना देश
दुश्मनों के बदले अपने ही लड़ाकू विमान पर दाग दिया गोला, अब दुनिया में बन रहा है मजाक, जाने जेट पायलटों का क्या हुआ हाल?
यूक्रेन ने युद्ध के मैदान में उतारी रोबोट सेना, रूसी सेना के खिलाफ दर्ज की पहली जीत, पुतिन की बढ़ गई सांसे
ट्रंप की दबंगई की चालू, चीन और यूरोपीय देशों के बाद इस देश को दे डाली धमकी, दुनिया भर में मची हड़कंप
'किसी भी तरह की घुसपैठ बर्दाश्त नहीं…' जिसने दिया खाने को रोटी, पाकिस्तान उसी देश को दिखा रहा आंख
India News (इंडिया न्यूज़), UN General Assembly 2024 Updates: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में लगातार भारत का डंका पूरे विश्व में बज रहा है। विदेश निति के मामले में पीएम मोदी का कोई तोड़ नहीं है। इस चीज का श्रेय भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर को भी जाता है। दरअसल अभी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की जनरल असेंबली चल रही है। इसमें संबोधन के दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन भारत की तारीफ करते हुए दिखे तो वहीं अगले ही दिन इसी मंच से चिली के राष्ट्रपति ने भारत को यूएन का स्थायी सदस्य बनाने की मांग कर दी। इसके कुछ घंटों के बाद फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भी यूएन सिक्योरिटी काउंसिल में भारत को स्थायी सदस्य बनाने की मांग की है और इसका पुरजोर समर्थन भी किया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारत के चुनावों की तारीफ करते हुए कहा था कि, हमने घाना से लेकर भारत और दक्षिण कोरिया तक दुनिया भर के लोगों को शांतिपूर्वक अपना भविष्य चुनते देखा है। दुनिया की एक-चौथाई आबादी का प्रतिनिधित्व करने वाले देश इस साल चुनाव करा रहे हैं। जबकि इसी मंच से उन्होंने चीन को चेतावनी दी थी। इसके बाद जब चिली की बारी आई, तो चिली के राष्ट्रपति गेब्रियल बोरिक ने UN सिक्योरिटी काउंसिल में भारत की सदस्यता का पुरजोर समर्थन किया।
‘अमेरिका में बच्चों की मौत का…’, राष्ट्रपति चुनाव से पहले Joe Biden ने चला ये बड़ा दांव
जब फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की बोलने की बारी आई तो उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सिक्योरिटी काउंसिल में तत्काल बदलाव की मांग की। यूएन महासभा में अपनी बात रखते हुए मैक्रों ने कहा कि, हमें संयुक्त राष्ट्र को और अधिक कुशल बनाना चाहिए। हमें इसे और अधिक जवाहदेह बनाने की आवश्यकता है और इसीलिए फ्रांस सुरक्षा परिषद के विस्तार के पक्ष में है। जर्मनी, जापान, भारत और ब्राजील को इसका स्थायी सदस्य होना चाहिए। साथ ही दो ऐसे देश भी होने चाहिए जो अफ्रीका का प्रतिनिधित्व कर सकें।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थाई सदस्यता भारत को मिलने का पुरजोर विरोध चीन करता आया है। इस मामले में पाकिस्तान, तुर्की, कनाडा जैसे कुछ देश भी नहीं चाहते हैं कि भारत को यूएन की स्थाई सदस्यता मिलें। तो वहीं अमेरिका-फ्रांस समेत कई देशों ने भारत को इस ग्रुप का स्थाई सदस्य बनाने की वकालत की है। लेकिन चीन इस चीज का लगातार विरोध करता आया है।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.