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India News (इंडिया न्यूज़), Indo-US Relation: भारत और अमेरिका के बीच व्यापार संबेधों पर चर्चा करते हुए आज (मंगलवार) अमेरिकी सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘चपाती’ और ‘पुरी’ का संदर्भ दिया। ऊर्जा संसाधन के सहायक सचिव जेफ्री आर पायट ने कहा कि “आज कोई भी अपने व्यापार संबंधों को ‘चपाती’ जितना सपाट नहीं बताता है। सब इसे एक बड़ी ‘पूरी’ की तरह फूला हुआ बताते हैं।”
उन्होंने कहा कि “मुझे लगता है कि हम वर्तमान में भारत के साथ किसी भी तरह के मुक्त व्यापार समझौते की बातचीत में शामिल नहीं हैं, लेकिन हमारे व्यापार संबंधों को और गहरा करने के तरीके के बारे में हमारे बीच चल रही और महत्वपूर्ण बातचीत चल रही है।”
#WATCH | On Foreign Trade Agreements between US and India, US Secretary of State for Energy Resources Geoffrey R. Pyatt says, "Nobody today characterises their trade relationship as flat as a 'chapati'. It has become big and puffed up like a big 'puri'… I think we are not… pic.twitter.com/Gf5Tw7o8Ee
— ANI (@ANI) February 5, 2024
इस दौरान अमेरिकी अधिकारी ने स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच सहयोग की संभावना पर भी प्रकाश डाला है। उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका में उद्यमों सहित भंडारण और हरित हाइड्रोजन में निवेश पर भारतीय नवीकरणीय ऊर्जा फर्म ग्रीनको के साथ चर्चा का हवाला दिया।
उन्होंने कहा कि “यह वास्तव में दर्शाता है कि कैसे भारतीय कंपनियां स्वच्छ प्रौद्योगिकी आपूर्ति श्रृंखलाओं में चीनी वर्चस्व को कम करने में हमारे साझा हित के संदर्भ में संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ पूरी तरह से जुड़ी हुई हैं।” उन्होंने वैकल्पिक आपूर्ति श्रृंखलाओं के निर्माण में मूल्यवान संपत्ति के रूप में भारत की विनिर्माण क्षमताओं और श्रम संसाधनों पर जोर दिया। जिससे ऊर्जा क्षेत्र में दोनों लोकतंत्रों के बीच मजबूत सहयोग की संभावना मजबूत हुई। इसके साथ ही उन्होंने हूती विद्रोहियों के खिलाफ भारतीय नौसेना की कार्रवाई को सराहा है।
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