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Iran-Israel War: अगर ये 'जुड़वा भाई' नहीं होते तो पूरी तरह से तबाह हो जाता Israel, जानें हवा में मौत को कैसे रोक पाया यहूदी देश?

Ankita Pandey • LAST UPDATED : October 2, 2024, 11:17 am IST
Iran-Israel War: अगर ये 'जुड़वा भाई' नहीं होते तो पूरी तरह से तबाह हो जाता Israel, जानें हवा में मौत को कैसे रोक पाया यहूदी देश?

Benjamin Netanyahu: बेंजामिन नेतन्याहू

India News (इंडिया न्यूज), Iran-Israel War: ईरान ने मंगलवार देर रात इजरायल पर 200 से ज्यादा मिसाइलें दागीं। ईरानी हमले के जो वीडियो वायरल हो रहे हैं, उनमें मिसाइलें तेल अवीव और इजरायल के दूसरे इलाकों पर बारिश की तरह बरसती दिख रही हैं। ईरानी मीडिया का दावा है कि सभी मिसाइलें सटीक निशाने पर लगीं। ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड ने एक बयान में कहा कि उसने इजरायल पर हमला करने के लिए पहली बार हाइपरसोनिक मिसाइलों का इस्तेमाल किया और 90 प्रतिशत मिसाइलें सटीक निशाने पर लगीं।

इजराइल को कितना नुकसान?

इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के मुताबिक, उसके निशाने पर तीन इजराइली सैन्य अड्डे थे। उसने इजराइल के नेवातिम एयर बेस को निशाना बनाने का दावा किया है। यह भी दावा किया गया है कि नेवातिम एयर बेस पर खड़े कम से कम 20 एफ-35 लड़ाकू विमान नष्ट हो गए हैं और हवाई मार्ग अब काम करने की स्थिति में नहीं हैं। हालांकि, इस पर इजराइल की ओर से कोई बयान नहीं आया है और आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि भी नहीं की गई है। दूसरी ओर, अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि ईरानी मिसाइलों ने कितनी मिसाइलों को निशाना बनाया है और क्या लोगों की जान गई है या कितना नुकसान हुआ है।

अप्रैल से यह हमला कितना अलग है?

इस साल अप्रैल में भी ईरान ने इजराइल पर हमला किया था (Israel Iran War) तब उसने करीब 110 बैलिस्टिक मिसाइल और 30 क्रूज मिसाइल दागी थीं। हालांकि, पहली बार ईरान ने हाइपरसोनिक मिसाइलों का इस्तेमाल किया है। दूसरी ओर, इजराइली डिफेंस फोर्सेज का कहना है कि उसने ईरान की ज्यादातर मिसाइलों को नष्ट कर दिया है और इसमें उसके दो हथियार सबसे कारगर साबित हुए हैं। पहला आयरन डोम सिस्टम और दूसरा डेविड स्लिंग।

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क्या हैं आयरन डोम और डेविड स्लिंग?

आयरन डोम: ईरान के हमलों को नाकाम करने में इजराइल के आयरन डोम (आयरन डोम डिफेंस सिस्टम) ने सबसे बड़ी भूमिका निभाई। यह एक एयर डिफेंस सिस्टम है। इसे कम दूरी की मिसाइलों, रॉकेट और ड्रोन को रोकने के लिए बनाया गया है। आयरन डोम में इंटरसेप्टर लगे होते हैं जो यह पता लगा लेते हैं कि मिसाइल या रॉकेट किस इलाके में गिरने वाला है। फिर उसे हवा में ही रोककर नष्ट कर दिया जाता है। आयरन डोम की सबसे खास बात यह है कि यह 24 घंटे और हर मौसम में काम करता है। आयरन डोम को विकसित करने वाली कंपनी राफेल के अनुसार, इसकी सफलता दर 90% है। इसका मतलब है कि यह दुश्मन के 90% रॉकेट और मिसाइलों को हवा में ही मार गिराता है।

डेविड स्लिंग: इजरायल का दूसरा सबसे कारगर हथियार डेविड स्लिंग है। यह लंबी दूरी के रॉकेट, बैलिस्टिक मिसाइल और क्रूज मिसाइल को रोकता है। इसे आयरन डोम का जुड़वा भाई भी कहा जाता है। डेविड स्लिंग की सबसे खास बात यह है कि यह 1 मिनट में 100 किलोमीटर के दायरे में 200 टारगेट को ट्रैक करके हवा में ही नष्ट कर देता है। इसमें 300 किलोमीटर तक के दायरे में रॉकेट और मिसाइल को रोकने की क्षमता है।

डेविड स्लिंग (इज़राइल का डेविड स्लिंग) मिसाइल लॉन्चर, रडार और 12 स्टीनर इंटरसेप्टर मिसाइलों से लैस है। यह इतना शक्तिशाली है कि इसमें हवाई जहाज से लेकर बैलिस्टिक मिसाइलों तक सब कुछ ट्रैक करने की क्षमता है। पिछले हफ्ते जब ईरान ने मोसाद मुख्यालय को निशाना बनाया था, तो डेविड स्लिंग ने ही इजरायली खुफिया एजेंसी को बचाया था।

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