India News (इंडिया न्यूज़), Iranian Singer Shervin Hajipour: ईरान के ग्रैमी अवॉर्ड विनर सिंगर शर्विन हाजीपुर को 3 साल की सजा दी गई है। सिंगर शर्विन हाजीपुर ने हिजाब बैन के समर्थन में गाना लिखा था। शर्विन हाजीपुर पर यह आरोप लगाए गए कि ये लोगों को भड़काने और सरकार के खिलाफ प्रचार कर रहे हैं। शर्विन ने अपने सजा की जानकारी इंस्टाग्राम के जरिये दी।
शर्विन हाजीपुर पर जेल के अलावा 2 साल तक कहीं यात्रा करने पर भी रोक लगाया गया है। शर्विन को अपने गाने के जरिये सामाजिक बदलाव लाने वाली स्पेशल कैटेगरी के लिये साल 2023 में ग्रैमी अवॉर्ड मिला था।
शर्विन ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट में लिखा- मैं न्याय करने वाले न्यायाधीश का नाम नहीं लूंगा, क्योंकि इससे उनको धमकाया और शर्मिंदा किया जा सकता है। इंसानियत का धर्म शर्मिंदा करना और धमकाना नहीं है। एक दिन हम एक-दूसरे को समझेंगे।
ये भी पढ़ें- Lok Sabha Election: लखनऊ से तीसरी जीत के लिए उतरेंगे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
महसा अमिनी की मौत
शर्विन ने पुलिस कस्टडी में मारी गई ईरान की सोशल कार्यकर्ता महसा अमिनी के मौत पर सवाल खड़े किये थे। बात दें, 22 साल की महसा ईरान सरकार द्वारा तय किये गये ड्रेस कोड का विरोध करती थी। इसके खिलाफ वह सोशल मीडिया पर पोस्ट करती थी। वह हिजाब को लेकर भी काफी मुखर थीं। सितंबर 2022 में ईरान पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। कुछ ही दिन बात उनकी पुलिस कस्टडी में मौत हो गई। इसके बाद ईरान की हजारों महिलाएं सड़कों पर उतर गईं, इस प्रदर्शन में करीब 20000 हजार लोगों को जेल में डाल दिया गया जिसमें करीब 9000 महिलाएं थीं।
लोगों के ट्वीट से बनाया लिरिक्स:
शर्विन हाजीपुर ने 28 सितंबर 2022 को ‘बराए’ नाम का गाना सोशल मीडिया पर शेयर किया था। हिंदी में बराए का मतलब किसी के लिए होता है। यह गाना महसा अमिनी और हिजाब विरोधी प्रदर्शन के खिलाफ लिखा गया था। गाना पब्लिश होने के दो दिनों के भीतर ही इसे 4 करोड़ लोगों ने देखा था। जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। शर्विन ने गाने कि लिरिक्स लोगों के ट्वीट से बनाया था। इस गाने में महिलाओं, बच्चों, गरीबी, भ्रष्टाचार का जिक्र किया गया।
ये भी पढ़ें- Afghanistan: अफगानिस्तान में भारी बर्फबारी, 15 लोगों की गई जान, दर्जनों घायल