India News (इंडिया न्यूज़), Israel-Hamas War: रमजान के पवित्र महिने में इजरायल और हमास के बीच चल रहे जंग के विराम की उम्मीद थी पर ऐसा होता नजर नहीं आ रही है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा पिछले 24 घंटे में 67 मारे गये लोगों के शव हॉस्पिटल लाये गये। अब तक इस जंग में 31,112 से अधिक फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं जिसमें 70 प्रतिशत महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।

जर्मन नेता ने युद्धविराम आह्वान किया

जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ एक नए और लंबे मानवीय संघर्ष विराम का आह्वान किया और कहा हैं कि गाजा तक अधिक मानवीय सहायता पहुंचनी चाहिए। जर्मनी इजराइल का कट्टर सहयोगी है और उसने हमास के खिलाफ युद्ध में देश के साथ अपनी एकजुटता बार-बार व्यक्त की है। लेकिन इसने बेहतर सहायता आपूर्ति और इजरायल-फिलिस्तीनी संघर्ष के अंतिम दो-राज्य समाधान के लिए दबाव डाला है।

स्कोल्ज़ ने सोमवार को मलेशिया के प्रधान मंत्री के साथ एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “गाजा तक अधिक मानवीय सहायता पहुंचनी चाहिए और यह इज़राइल से हमारा स्पष्ट आह्वान है, जिसे हमास के खिलाफ अपनी रक्षा करने का पूरा अधिकार है।”

संयुक्त राज्य अमेरिका, कतर और मिस्र ने रमजान से पहले संघर्ष विराम की उम्मीद की थी जिसमें दर्जनों इजरायली बंधकों और फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई और बड़ी मात्रा में मानवीय सहायता शामिल होगी, लेकिन वार्ता रुक गई है।

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बंदूकों को शांत करने का आह्वान: एंटोनियो गुटेरेस

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने सोमवार को मुसलमानों के पवित्र महीने रमज़ान की शुरुआत के सम्मान में गाजा में शांति का आह्वान किया। गुटेरेस ने मीडिया से कहा कि रमजान शांति, मेल-मिलाप और एकजुटता का जश्न मनाया जाता है। हालांकि, रमजान शुरू हो गया है लेकिन गाजा में हत्या, बमबारी और रक्तपात जारी है।

7 अक्टूबर को शुरू हुआ था जंग

युद्ध तब शुरू हुआ जब हमास के नेतृत्व वाले आतंकवादियों ने 7 अक्टूबर को दक्षिणी इज़राइल पर हमला किया, जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर नागरिक थे, और लगभग 250 को बंधक बना लिया। माना जाता है कि हमास ने अभी भी लगभग 100 लोगों को बंदी बना रखा है। पांच महीनों के युद्ध ने गाजा के 23 लाख लोगों में से लगभग 80 प्रतिशत को अपने घरों से बेघर कर दिया है और सैकड़ों हजारों लोगों को अकाल के कगार पर धकेल दिया है।

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