India News (इंडिया न्यूज़), Israel-Hamas War: गाजा में लोग युद्ध के बाद अब भूख से मर रहे हैं। ऐसी ही एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। उत्तरी गाजा में जबालिया शरणार्थी शिविर के एक व्यक्ति अबू जिब्रिल ने अपने परिवार का पेट भरने के लिये अपने दो घोटों को मार डाला। जिब्रिल एएफपी से बातचीत करते हुए कहा, हमारे पास बच्चों का पेट भरने के लिए घोड़ों को मारने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। भूख से हम मर रहे हैं।
बता दें, इजरायल और हमास के बीच जंग 7 अक्टूबर को शुरू हुई थी। जब हमास ने इजरायल पर अचानक से मिसाइल हमला कर दिया और वहां के कई नगरिकों को बंधक बना लिया। इजरायली आंकड़ों के मुताबिक अब तक उनके लगभग 1,160 लोग मारे गए हैं।
संयुक्त राष्ट्र ने दी चेतावनी:
जंग शुरू होने पर 60 वर्षीय जिब्रिल, बेत हानून से भाग गये। अब उनका घर एक तंबू है। जिसे संयुक्त राष्ट्र द्वारा संचालित किया जा रहा है। इन शिविर में ढ़ेर सारे लोग, दूषित पानी, बिजली कटौती और भीड़भाड़ की समस्या पहले से ही थी। अब यहां तो खाना भी ख़त्म हो रहा है, बमबारी के कारण सहायता एजेंसियां क्षेत्र में जाने में असमर्थ हैं। जो ट्रक आभी जाते उन्हें लोग लूट लेते हैं। संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि 2.2 मिलियन लोग अकाल के कगार पर हैं। अब तक गाजा में युद्ध के कारण करीब 29,606 लोग मारे गए हैं।
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खाने की भारी कमी:
गाजा में सप्लाई घटने से महंगाई बढ़ गई है। उदाहरण के लिए, एक किलो चावल की कीमत सात शेकेल से बढ़कर 55 शेकेल हो गई है। संयुक्त राष्ट्र की बच्चों की एजेंसी यूनिसेफ ने चेतावनी दी है कि भोजन की चिंताजनक कमी, बढ़ते कुपोषण और बीमारी के कारण गाजा में बच्चों की मौत में भारी बढ़ोत्तरी हो सकती है। बढ़ती भूख की पीड़ा से बचने के लिए लोगों ने सड़े हुए मक्के के टुकड़े, पशु चारा और यहां तक कि पत्तियां भी खाना शुरू कर दिया है।