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India News(इंडिया न्यूज),Israel-Hamas War: इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध को लेकर पूरी दुनिया परेशान है। वहीं इस युद्ध में कई सारे अजीबोगरीब मोड़ आते रहते है। जिसके बाद एक बार फिर हमास इजरायल के लिए घातक हमले की तैयारी करने में लगा है। जानकारी के लिए बता दें कि, इस वक्त हमास के कसम ब्रिगेड को लेकर लोगों के बीच काफी चर्चा हो रही है। जिसके बाद सवाल ये उठ रहा है कि, आखिर क्या है यह कसम ब्रिगेड? आतंकी संगठन में क्या है उसका काम? हम आपको इसके बारे में बताते हैं। अल जजीरा न्यूज के मुताबिक हमास की स्थापना शेख अहमद यासीन और उनके सहयोगी अब्दुल अजीज अल-रंतीसी ने 1987 में मिस्र के मुस्लिम ब्रदरहुड की एक शाखा के रूप में की थी। यह एसोसिएशन 2017 तक चला। बता दें कि, 7 अक्टूबर को किए गए हमले के बाद से ही हमास आतंकी संगठन चर्चा में है। जहां इजरायल में घुसकर 1,400 लोगों की जान लेने वाले हमास पर अब जवाबी एक्शन किया जा रहा है।
इन दिनों लगातार कसम ब्रिगेड को लेकर चर्चा चल रही है। इसके बाद सवाल ये खड़ा होता है कि, क्या है कमस ब्रिगेड? तो जानकारी के लिए बता दें कि, हमास ने फिलिस्तीन को आजाद कराने के लिए सशस्त्र प्रतिरोध का समर्थन किया और 1993 के ओस्लो समझौते का विरोध करते हुए कहा कि इजरायल ने 1967 में कब्जा किए गए क्षेत्रों पर अवैध बस्तियों का विस्तार करने के लिए समझौते का इस्तेमाल किया। हमास ने 1980 और 1990 के दशक में इजरायल के खिलाफ अपने लड़ाकों द्वारा की जा रही सैन्य कार्रवाइयों को केंद्रीकृत और व्यवस्थित करने के लिए 1992 में अपनी सैन्य इकाई कसम ब्रिग्रेड की स्थापना की।
इसके साथ ही आपके जानकारी के लिए बता दें कि, ब्रिगेड समूह की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, यह नाम एक सीरियाई सेनानी, एजेदीन अल-कसम से प्रेरित है, जिन्होंने फिलिस्तीन से निष्कासित होने के बाद ब्रिटिश कब्जे के खिलाफ संघर्ष किया था. मोहम्मद डेफ सैन्य कमांडर हैं, जिनकी सहायता उनके डिप्टी मारवान इस्सा करते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार इजरायल के खिलाफ कसम ब्रिगेड की कार्रवाइयों ने हमास को फिलिस्तीनियों के बड़े वर्ग के बीच लोकप्रियता हासिल करने में मदद की है।
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