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India News (इंडिया न्यूज), Israel-Hamas War: इजरायल-हमास के बीच जारी जंग किसी खास निर्णय पर पहुंचती नजर नहीं आ रही है। इजरायल की सीमा से लगे लगभग सभी देशों से चेतावनी के बाद भी इजरायल का गाजा पर हमला थमने का नाम नहीं ले रहा। स्थिति को लेकर ब्रिटेन के पीएम ऋषी सुनक और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन इजरायल का दौरा कर चुके हैं, लेकिन इजरायल हमास का जड़ से खत्म करने को लेकर पूरा तरहा प्रतिबंद्ध मालूम पड़ता है।
7 अक्टूबर को हमास द्वारा इजरायल पर अचानक बमबारी के बाद इस जंग की शुरुआत हुई थी। हमास के इस हमले में इजरायल के करीब 1400 लोगों को जान गवानी पड़ी। इसके अलावा करीब 200 लोगों को हमास ने बंदी बना लिया।
हमास के हमले के बाद इजरायल पिछले 16 दिन से लगातार गाजा पट्टी में हमास के ठिकानों पर ताबड़तोड़ हमले कर रहा है। यहीं नहीं हमास के खात्मे के लिए इजरायल ने उत्तरी गाजा पट्टी से लगभग 11 लाख फिलिस्तियों को दक्षिण गाजा पट्टी पर विस्थापित करने के निर्देश देने के बाद उत्तरी गाजा के शहरों को तहसनहस कर दिया।
इजरायल के इन हमलों से गाजा के 4000 से अधिक नागरिकों की जाने जा चुकी हैं। इस मरने वालों में सबसे ज्यादा संख्या महिलाओं और बच्चो की बताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक, इन हमलों में अबतक 900 से ज्यादा बच्चों को अपनी जान गवानी पड़ी है। वहीं अभी भी इस युद्ध युद्ध का अंत होता नजर नहीं आ रहा है। मालूम हो की अब इजरायल की सेना ने हमास को मिटाने के लिए जमीनी हमले की तैयारी बड़ा दी है। जहां सेना डोर टू डोर एक्शन लेगी। हालांकि ऐसे कई फैक्टर्स हैं, जिससे इजरायल इस एक्शन को लेने पीछे हट रही है। हम इस आर्टिकल में उन सभी पाइंट्स को आपके सामने रखेंगे।
गाजा में कई किलोमीटर की सुरंगें है जो किसी जाल से कम नही हैं। बताया जाता है कि आंतकी संगठन जिसका इस्तेमाल हमास के आतंकवादी करते हैं। इस बात में कोई दोराय नहीं कि इजरायल की सैना को इस बात से डर है कि हमास के आंतकी सैनिक पर घात लगाकर हमले करेगी और बारूदी सुरंगों से इजरायली सैनिकों को अपना शिकार बनाएंगे।
इजरायल की सेना को उत्तरी गाजा पर जमीनी हमले के बाद लेबनान की तरफ से हमले का भी डर है। दरअसल, लेबनान की सीमा की तरफ से हिजबुल्ला इजरायल पर आक्रमण कर सकता है। बता दें कि इसे लेकर वो पहले ही चेतावनी भी दे चुका है। ऐसे में इजरायल को एक साथ दो मोर्चों पर अपनी लड़ाई लड़नी पड़ सकती है।
वहीं, इस वक्त दुनिया में छड़ी जंग इस वक्त अमेरिका के लिए सिर दर्द बनी हुई है। एक तरफ इजरायल-हमास युद्ध और दूसरी तरफ रुस-युक्रेन युद्ध से अमेरिका को खासा नुकशान उठाना पड़ रहा है। जिसे देखते हुए बाइडेन ने खुद शांति के लिए इजरायल का दौरा किया। बाइडेन को डर है कि जमीनी एक्शन से मध्य-पूर्व में गंभीर तनाव पैदा हो सकता है। इस लिए बाइडेन कह भी चुके हैं कि इजरायल का गाजा पर दोबारा कब्जा एक बड़ी चूक होगी।
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