India News (इंडिया न्यूज), Israel India Relations: इजरायल और हमास का युद्ध लगातार भयावह होती जा रही है। जहां इजरायली सेना और उसकी बख्तरबंध गाड़ियां गाजा पट्टी के अंदरूनी हिस्सों में दाखिल हो गई है। वहीं इसी बीच इजरायल सरकार के प्रवक्ता इलोन लेवी ने कहा है कि, आने वाले दिनों में और भी कठिन होने वाले हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा इजरायल पूरी तरह से हमास को खत्म कर देगा। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा कि, इजराय हमास से युद्ध लड़ रहा है न कि फिलिस्तीनियों और गाजा के खिलाफ।
अपने इंटरव्यू में एलोन ने कहा कि, ‘आने वाले दिन लंबे और कठिन होने वाले हैं। क्योंकि ऐसा संघर्ष का दूसरा दौर नहीं होगा। यह पहले की जैसा नहीं है कि, हमास रॉकेट दागेगा और इजरायल हवाई हमले करेगा और फिर कुछ दिनों बाद ही सब शांत हो जाएगा। हमास ने हमारे खिलाफ युद्ध की घोषणा की है। आगे कहा, अमेरिका के 9/11 हमलों के बाद यह इतिहास में सबसे भयानक आतंकी हमला है। इसलिए हम गाजा पट्टी में हमास के आतंकियों को पूरी तरह से खत्मा करने जा रहे हैं। इस युद्ध में हमारा लक्ष्य पूरी तरह से जीत ही है।’
सबकी नजर यही है कि, इजरायल आगे क्या करेगा या IDF का अगला प्लान क्या होगा, इसको लेकर किसी भी तरह की अटकलें उन्होंने नहीं लगाई है। वहीं इसपर एलोन कहते हैं कि कहा कि, इजरायल आम लोगों को कम से कम नुकसान पहुंचाते हुए इजरायल हमास के हर एक बुनियादी ढांचे को खत्म करेगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, “हमास की हर एक सुरंग, हर रॉकेट लॉन्चर, सभी कमांडर और हर एक आतंकी हमारा टार्गेट हैं। हम फिलिस्तीनी नागरिकों के हताहतों को कम करने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं।”
वहीं इसके साथ ही युद्ध के दौरान भारत से मिले समर्थन की एलोन ने सराहना की है और कहा है कि, वह मित्रों और सहयोगियों से ज्यादा से ज्यादा राजनयिक समर्थन चाहता है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, इजरायल चाहता था कि संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव में भारत इसके खिलाफ वोट करे। जानकारी के लिए बता दे कि, संयुक्त राष्ट्र महासभा में जॉर्डन की ओर से एक प्रस्ताव लाया गया था। जिसके मुताबिक इजरायल और हमास के बीच मानवीय आधार पर तुरंत संघर्ष का विराम होना चाहिए। हालांकि इस प्रस्ताव पर भारत ने मतदान से परहेज किया है।
एलोन ने आगे कहा कि, हम भारत के समर्थन की सराहना करते हैं। प्रधानमंत्री मोदी और इजरायली पीएम नेतन्याहू ने बात की है। शुक्रवार को हम यूएन में आए प्रस्ताव पर चाहते थे कि, भारत विरोध में मतदान करे। यह एक क्योंकि अपमानजनक संकल्प था। इसमें हमास का जिक्र नहीं था। इसमें बंधकों की रिहाई का कोई जिक्र नहीं था। आगे कहा, जिन्होंने समर्थन किया हम उनकी सराहना करते हैं कि, वह इजरायल के पक्ष में खड़े हुए। हम भारत समेत सभी मित्र देशों से हमास पर दबाव बनाने का आह्वान करते हैं, क्योंकि बंधकों को छुड़ाया जा सके।
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