संबंधित खबरें
PM Modi के मजबूत नेतृत्व के सामने झुकी अमेरिका, बदलना पड़ा ये कानून, मुंह ताकते रह गए जिनपिंग-शहबाज
न अमेरिका, न यूरोप, 1 टीवी शो की वजह से रूस-यूक्रेन के बीच छिड़ गई जंग, वो एक्टर जो आगे चलकर बना राष्ट्रपति और बर्बाद कर दिया अपना देश
दुश्मनों के बदले अपने ही लड़ाकू विमान पर दाग दिया गोला, अब दुनिया में बन रहा है मजाक, जाने जेट पायलटों का क्या हुआ हाल?
यूक्रेन ने युद्ध के मैदान में उतारी रोबोट सेना, रूसी सेना के खिलाफ दर्ज की पहली जीत, पुतिन की बढ़ गई सांसे
ट्रंप की दबंगई की चालू, चीन और यूरोपीय देशों के बाद इस देश को दे डाली धमकी, दुनिया भर में मची हड़कंप
'किसी भी तरह की घुसपैठ बर्दाश्त नहीं…' जिसने दिया खाने को रोटी, पाकिस्तान उसी देश को दिखा रहा आंख
India News (इंडिया न्यूज), Israel-Iran War: ईरान पर कभी भी हमला हो सकता है क्योंकि पेंटागन ने इजरायल को हरी झंडी दे दी है। अब इजरायल ईरान पर कहर बरपा सकता है। इजरायल ने हमले के लिए पहले से ही टारगेट तय कर रखे हैं। बस उसे अमेरिका की सहमति का इंतजार था। बेंजामिन कैबिनेट में हमले को मंजूरी पहले ही मिल चुकी थी, लेकिन जैसे ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपना रुख बदला, इजरायल ने सैन्य ठिकानों और मिसाइल साइट्स को युद्ध के लिए तैयार कर लिया।
उधर, ईरान ने धमकी दी है कि अगर इजरायल ने हमला किया तो अरब में परमाणु युद्ध का अलार्म बज जाएगा। फिर अरब से शुरू हुआ परमाणु तूफान पूरे यूरोप में फैल सकता है। जवाबी कार्रवाई के लिए ईरान जासूसी सैटेलाइट की मदद ले सकता है, जिससे इजरायल में भारी तबाही मच सकती है। ईरान ने रूस की मदद से अंतरिक्ष में जासूसी सैटेलाइट भेजी है, जिसके जरिए इजरायल पर लगातार नजर रखी जा रही है। सैटेलाइट की मदद से इजरायल के सैन्य ठिकानों की जानकारी IRGC तक पहुंच रही है। सैटेलाइट तस्वीरों के आधार पर ईरान ने इजरायल में हमले के ठिकानों को तय कर दिया है। इजरायल के डिमोना परमाणु बेस की गुप्त जानकारी भी ईरान तक पहुंच गई है। बताया जा रहा है कि ईरान ने सैटेलाइट के जरिए हाइफा और ईलात पोर्ट की भी जासूसी की।
ईरान के प्रॉक्सी को इजरायल के ठिकानों की गुप्त जानकारी भी भेजी गई है, जिसके बाद ईरानी प्रॉक्सी लक्षित हमले भी कर रहे हैं। अब ईरान इजरायल के 10 ठिकानों पर बड़े हमले की तैयारी कर रहा है। ईरान जवाबी कार्रवाई के लिए तैयार है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि उसके साथ रूस का गठबंधन है, जिसमें रूस, बेलारूस, चीन और उत्तर कोरिया शामिल हैं। यही वजह है कि ईरान को हथियार भी मिल रहे हैं और अमेरिका-इजराइल से लड़ने के लिए उसे एक मजबूत समूह भी मिल गया है। अब ईरान जवाबी कार्रवाई की बात कर रहा है।
ईरान के निशाने पर मोसाद मुख्यालय है, जहां मिसाइल भी दागी गई। मिसाइल कमांड सेंटर के ठीक पास गिरी, जिससे एक रडार सिस्टम को जबरदस्त नुकसान पहुंचा है। ईरान भविष्य में भी ऐसे हमले कर सकता है, क्योंकि उसे इजरायल के गुप्त ठिकानों की जानकारी भी मिल गई है और यह रूस की मदद से हुआ है, क्योंकि ईरान ने सैटेलाइट भेजा है, वह रूसी रॉकेट व्हीकल से गया है। ईरान ने इसके लिए दो साल पहले से ही तैयारी शुरू कर दी थी।
ईरान ने दो बार मिसाइल हमले करके अपने तेवर दिखा दिए हैं। हालांकि अब इजरायल ने कहा है कि ईरानी मिसाइल हमले पर इजरायल की प्रतिक्रिया घातक, सटीक और चौंकाने वाली होगी। रक्षा मंत्री योआव गैलेंट का यह बयान बेंजामिन के साथ चल रहे संघर्ष के बीच आया है, यानी अमेरिका ने इजरायल की कैबिनेट में चल रही गुटबाजी को खत्म कर दिया है और अब सबको साथ लेकर ईरान के मंसूबों को कुचलने का ऐलान किया है। ईरान की संसद के स्पीकर ने कहा है कि अरब में हालात न बिगड़ें, इसके लिए ईरान ने कई बार खुद को रोका है, लेकिन अब बदले हालात के लिए इजरायल खुद जिम्मेदार है। हमने उसे सबक सिखा दिया है। अगर वह दुश्मन बना रहना चाहता है तो उसे फिर से हमारे गुस्से का सामना करना पड़ेगा।
ईरान के इस तेवर से पता चलता है कि इजरायल के साथ उसका संघर्ष एक बड़े युद्ध में बदल सकता है, जो कभी भी परमाणु युद्ध में बदल सकता है क्योंकि इजरायल ने अमेरिका के निर्देश पर ईरान के परमाणु ठिकानों को तय कर रखा है, जिसमें इस्फहान और फोर्डो सबसे ऊपर हैं क्योंकि ईरान ने इन दोनों केंद्रों पर परमाणु बम बनाए हैं। मोसाद ने अपनी खुफिया जानकारी पेंटागन को दे दी है। अगर यहां हमला हुआ तो ईरान जवाबी कार्रवाई में डिमोना परमाणु केंद्र को उड़ा देगा, जिसके कारण अरब में परमाणु आपदा आने से कोई नहीं रोक सकता।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.