India News (इंडिया न्यूज),Israel-Palestine War: इस्राइल और हमास के बीच हो रहे विनाशकारी यु्द्ध अब व्यापक रुप लेता हुआ दिख रहा है। वहीं आतंकी हमले से परेशान इस्राइल ने भी आतंकियों को मुहतोड़ जवाब दिया। इस्राइल और हमास का ये रूप इतना भयावह है कि, ये विश्व अशांति की ओर इशारा कर रहा है। जिसके बाद फलस्तीन प्रधिकरण के अध्यक्ष ने यूएन प्रमुख से बात कर यूएन प्रमुख से इस्राइल के हमलों को रोकने का आग्रह किया।
जानिए हमले के मुख्य तीन कारण
जहां पूरी दुनिया अचंभन में है कि, आखिर इस युद्ध का क्या कारण है। जिसके बारे में हमास ने कहा कि, ये यरूशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इस्राइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है। वहीं दूसरी ओर हमास ने कहा कि, इस्राइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंक इसे अपवित्र किया था। इस्राइली सेना लगातार हमास के ठिकानों पर हमले कर रही है और अतिक्रमण कर रही है। इस्राइली सेना हमारी महिलाओं पर हमले कर रही है। जिसके बाद हमास के प्रवक्ता गाजी हमाद ने अरब देशों से अपील है कि, इस्राइल के साथ अपने सभी रिश्तों को तोड़ दें। इस्राइल एक अच्छा पड़ोसी और शांत देश कभी नहीं हो सकता है।
इस्राइल के हमले को जल्द रोकने का आग्रह
मिली जानकारी के लिए बता दें कि, फलस्तीन प्रधिकरण के अध्यक्ष महमूद अब्बास ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस से फोन पर बात करते हुए अब्बास ने गुटेरेस को इस्राइल के हमले की भयावहता की जानकारी भी दी जिसके बाद अब्बास ने आग्रह किया कि, वह इस्राइली हमले को जल्द से जल्द रोक दें। इसके साथ ही अब्बास ने गाजा पट्टी में चिकिस्ता सहायता पहुंचाने की आवश्यकता पर जोर दिया। गाजा में हो रही तबाही को रोकने के लिए अब्बास ने गुटेरेस से आग्रह किया है कि वह मामले में हस्तक्षेप करें। इसके साथ ही अब्बास ने बताया कि, क्षेत्रीय तनाव कम करने का सिर्फ एक ही रास्ता है कि इस्राइली कब्जे को हटाया जाए और यरूशलेम को राजधानी बनाकर फलस्तीन को एक देश के रूप में स्थापित करें।
अमेरिका का मिला साथ
जानकारी के लिए बता दें कि, इस्राइल और हमास के साथ हो रहे युद्ध में अब इस्राइल भयावह रूप देखने को मिल सकता है वहीं अब इस लड़ाई में अमेरिका भी इस्राइल के साथ खड़ा है। जिसकी जानकारी देते हुए , अमेरिका के रक्षा मंत्रालय पेंटागर के एक अधिकारी ने कहा था कि, उन्होंने इस्राइल की सहायता के लिए फोर्ड करियर स्ट्राइक ग्रुप को तैयार रहने का आदेश दिया है। इसके साथ हीं उन्होने समूह को पूर्वी मध्य सागर जाने के लिए निर्देशित किया है। समूह में यूएसएस गेराल्ड आर फोर्ड, 5000 नाविक और युद्ध विमानों के डेक के साथ-साथ क्रूजर और विध्वंसक बल शामिल है। इससे दुश्मनों को संदेश जाएगा कि अमेरिका इस्राइल के साथ है और किसी भी चीज का जवाब देने के लिए तैयार है। उम्मीद है कि समूह के वहां तैनात होने के कारण हमास को पहुंचने वाले हथियारों की सप्लाई को बाधित किया जा सकता है। इससे हमास के ऊपर निगरानी रखने में भी आसानी होगी।
ईरान पर साधा निशाना
वहीं अमेरिका के व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवक्ता जॉन किर्बी ने इस मामले में टिप्पणी करते हुए कहा कि, इस्राइल पर हो रहे हमास के हमले में ईरान का हाथ है। वाशिंगटन के पास फिलहाल तेहरान के युद्ध में शामिल होने के सबूत नहीं हैं। वहीं अमेरिकी अधिकारी के हवाले से कहा गया कि, अमेरिकी फोर्ड करियर स्ट्राइक ग्रुप इस्राइल के समर्थन में बहुत जल्द पूर्वी भूमध्य सागर पहुंच जाएगा।
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