संबंधित खबरें
PM Modi के मजबूत नेतृत्व के सामने झुकी अमेरिका, बदलना पड़ा ये कानून, मुंह ताकते रह गए जिनपिंग-शहबाज
न अमेरिका, न यूरोप, 1 टीवी शो की वजह से रूस-यूक्रेन के बीच छिड़ गई जंग, वो एक्टर जो आगे चलकर बना राष्ट्रपति और बर्बाद कर दिया अपना देश
दुश्मनों के बदले अपने ही लड़ाकू विमान पर दाग दिया गोला, अब दुनिया में बन रहा है मजाक, जाने जेट पायलटों का क्या हुआ हाल?
यूक्रेन ने युद्ध के मैदान में उतारी रोबोट सेना, रूसी सेना के खिलाफ दर्ज की पहली जीत, पुतिन की बढ़ गई सांसे
ट्रंप की दबंगई की चालू, चीन और यूरोपीय देशों के बाद इस देश को दे डाली धमकी, दुनिया भर में मची हड़कंप
'किसी भी तरह की घुसपैठ बर्दाश्त नहीं…' जिसने दिया खाने को रोटी, पाकिस्तान उसी देश को दिखा रहा आंख
India News (इंडिया न्यूज), Jerusalem: दुनिया में ऐसी कई शहर हैं, जहां अलग-अलग धर्मों को महत्व दी जाती हैं। लेकिन दुनिया में एक छोटी सी जगह ऐसी भी है, जहां 1 नहीं बल्कि 3 धर्मों को मानने वाले अपना दावा ठोकते हैं। वहीं इस जमीन को लेकर सालों से युद्ध लड़े जा रहे हैं। दरअसल, इस जगह का नाम है यरुशलम जो कि इजरायल में है। इस शहर में एक छोटा सा इलाका है जो ईसाई, यहूदी और मुसलमानों के लिए बेहद पवित्र है। इस वजह से इसे दुनिया के सबसे पवित्र शहरों में से एक माना जाता है।
बता दें कि, इस शहर के बीच में पुराना शहर है जिसे ओल्ड सिटी कहा जाता है। चारों तरफ किले जैसी दीवार है, जो तीनों धर्मों के पवित्र स्थलों से घिरी हुई है। ईसाइयों के इलाके में चर्च ऑफ द होली सेपुलचर मौजूद है। यह दुनियाभर के ईसाइयों के लिए एक पवित्र जगह है क्योंकि उनका मानना है कि ईसा मसीह को यहीं पर सूली पर चढ़ाया गया था। साथ ही यहीं पर उनका अवतार हुआ था। इसके साथ ही डोम ऑफ रॉक और अल-अक्सा मस्जिद मुस्लिम इलाके में हैं।
इस्लाम में इस जगह को बहुत पवित्र माना जाता है। कहा जाता है कि पैगंबर मोहम्मद ने मक्का से यहां तक की यात्रा की थी। इसके बाद वे डोम ऑफ रॉक से स्वर्ग चले गए। वहीं शहर का तीसरा हिस्सा यहूदियों को सौंप दिया गया है। इस हिस्से में प्राचीन मंदिर की दीवारें हैं जो अवशेष के रूप में हैं लेकिन उनकी आस्था का केंद्र हैं। ऐसा माना जाता है कि अब्राहम ने अपने बेटे इसहाक की बलि यहीं दी थी।
इजरायल ने 1967 में जब अरब देशों के खिलाफ 6 दिन की जंग जीती तो उन्होंने पूर्वी यरुशलम पर कब्ज़ा कर लिया। इजरायल ने मस्जिद का नियंत्रण एक इस्लामिक समूह को दे दिया लेकिन इजरायली सेना वहां जा सकती थी। उन्होंने ईसाइयों को भी वहां जाने की अनुमति दी। मुस्लिम समुदाय के लोग चाहते थे कि दूसरे धर्मों के लोगों को मस्जिद के उस इलाके में जाने से रोका जाए जो मुसलमानों के लिए सबसे पवित्र था। इस बात को लेकर उनके बीच लड़ाई बढ़ गई।
इजरायल के सबसे बड़े दुश्मन का उत्तर प्रदेश से है खास कनेक्शन, जानिए ईरान से कैसे जुड़ा है मामला?
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.