India News(इंडिया न्यूज),Justin Trudeau: कनाडा के पीएम ट्रूडो को भारत पर टिप्पणी करना भारी पर रहा है। जिसके बाद अब कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो इस समय घरेलू मुद्दों और विदेश नीति दोनों मोर्चों पर घिरते हुए नजर आ रहे हैं। जानकारी के लिए बता दें कि, भारत के साथ बिगड़ते संबंध के साथ पीएम ट्रूडो विपक्ष के निशाने पर हैं तो दूसरी ओर महंगाई और हाउसिंग में उनको आम लोगों की नाराजगी झेलनी पड़ रही है। वहीं बात इतनी आगे चली गई कि, ऑपिनियन पोल में पिछड़ने पर विपक्षी नेता और कई संगठन उनसे इस्तीफा मांग रहे हैं। इतना ही नहीं उनकी अपनी राजनीतिक पार्टी के भी कई दिग्गजों उनके खिलाफ मुखर हो गए हैं।

ट्रूडो के लिए सबसे मुश्किल समय

कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो के लिए ये दिन सत्ता में आने के बाद बीते आठ साल में सबसे मुश्किल समय साबित हो रहा है। जानकारी के लिए बता दें कि, ट्रूडो का कार्यकाल अभी 2025 तक है लेकिन सर्वेक्षणों में कनाडाई लोगों के बीच बदलाव की जो तेज इच्छा देखी गई है। उसके बाद उनकी पार्टी और सहयोगियों तक में उनको लेकर सहजता नहीं दिख रही है। जिसके बारे में बतातें हुए पोलिंग फर्म लेगर के एंड्रयू एन्स ने कहा कि, आज जो दिख रहा है, वह माहौल बीते कुछ समय से बन रहा था। लोगों की भावनाओं में तेज परिवर्तन हो रहा है। उन्होंने अपने नेता के बारे में मन बना लिया है। ऐसा लगता है कि लोगों का ट्रूडो से विश्वास उठ रहा है। उनको लगता है कि मौजूदा पीएम के पास उनकी समस्याओं का हल नहीं है।

एंड्रयू एन्स का बयान

वहीं इस मामले पर पोलिंग फर्म लेगर के एंड्रयू एन्स का कहना है कि, अर्थव्यवस्था की स्थिति पर विपक्षी नेता पोइलिवरे लगातार बोल रहे हैं। कंजर्वेटिव नेता पोइलिवरे ही ट्रूडो के सामने सबसे बड़ी चुनौती हैं। उन्होंने बढ़ती महंगाई और दूसरे मुद्दों पर कनाडाई लोगों के गुस्से को हवा देने में कामयाबी हासिल की है। इसके साथ ही सोशल मीडिया का भी वह बेहतरीन तरीके से इस्तेमाल कर रहे हैं। भले ही कनाडा में ट्रूडो के खिलाफ माहौल बन रहा हो लेकिन उनके नजदीकियों का कहना है कि उनका अगले चुनाव से पहले इस्तीफा देने का कोई इरादा नहीं है।

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