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India News (इंडिया न्यूज), Khaleda Zia Released: बांग्लादेश में साल 1971 के बाद से हुए सबसे बड़े आंदोलन ने प्रधानमंत्री शेख हसीना को इस्तीफा देने पर मजबूर कर दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद भागकर भारत आई है। वहीं उनके भागकर आने के बाद बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने सोमवार (5 अगस्त) को आदेश दिया कि जेल में बंद बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया को तुरंत रिहा किया जाएगा। यह घटनाक्रम शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने और 15 साल के शासन को समाप्त करने के कुछ समय बाद ही हुआ है।
बता दें कि, राष्ट्रपति कार्यालय के एक प्रेस बयान के अनुसार, विपक्षी पार्टी के सदस्यों के साथ एक बैठक में यह निर्णय लिया गया। बयान में कहा गया कि शहाबुद्दीन ने बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की अध्यक्ष बेगम खालिदा जिया को तुरंत रिहा करने का सर्वसम्मति से फैसला किया है। गौरतलब है कि, खालिदा जिया मुख्य विपक्षी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की प्रमुख हैं। साथ ही उन्हें शेख हसीना का कट्टर विरोधी माना जाता है। दरअसल, बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री को भ्रष्टाचार मामले में 5 साल की सजा बढाकर 10 साल कर दिया गया था।
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गौरतलब है कि, शेख हसीना ने बांग्लादेश के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद राष्ट्र के नाम एक टेलीविजन संबोधन में सेना प्रमुख वकर-उज़-ज़मान ने कहा कि सेना अंतरिम सरकार बनाएगी। बता दें कि, पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की मुख्य विपक्षी पार्टी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) और उसके सहयोगियों ने चुनाव का बहिष्कार किया। पिछले दो दिनों में हसीना सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों में 300 से अधिक लोग मारे गए हैं। देश में विवादास्पद कोटा प्रणाली के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। जिसके तहत 1971 के मुक्ति संग्राम में लड़ने वाले लोगों के परिवारों के लिए 30 प्रतिशत नौकरियां आरक्षित हैं।
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