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जेल से बाहर आया 'मौत का सौदागर' विक्‍टर बाउट ; अमेरिका ने बास्केटबॉल स्टार ब्रिटनी ग्राइनर के बदले किया रिहा

BY: Ashish kumar Rai • LAST UPDATED : December 10, 2022, 9:08 pm IST
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जेल से बाहर आया 'मौत का सौदागर' विक्‍टर बाउट ; अमेरिका ने बास्केटबॉल स्टार ब्रिटनी ग्राइनर के बदले किया रिहा

इंडिया न्यूज़ (दिल्ली) :अमेरिका ने बास्केटबॉल स्टार ब्रिटनी ग्राइनर के बदले रूसी नागरिक विक्टर बाउट को रिहा किया है। जानकारी दें, विक्टर बाउट को मौत का सौदागर नाम से जाना जाता है। उस पर अमेरिकी नागरिकों और अधिकारियों की हत्या करने के आरोप लगे हैं। अमेरिकी अदालत ने विक्टर बाउट को अप्रैल 2012 में 25 साल कैद की सजा सुनाई थी। ब्रिटनी ग्राइनर को इस साल फरवरी में मास्को में गिरफ्तार किया गया था। रूस ने दावा किया था कि उनके लगेज से गांजे का तेल बरामद हुआ था। वह रूस में आयोजित खेल में हिस्सा लेने के बाद अमेरिका लौट रही थीं। उनकी गिरफ्तारी ने अमेरिका में विवाद खड़ा कर दिया था, जिसके बाद बाइडेन प्रशासन पर ब्रिटनी ग्राइनर की रिहाई का बड़ा दबाव था। इसी कारण बाइडेन प्रशासन ने ब्रिटनी ग्राइनर के बदले विक्टर बाउट जैसे हाईप्रोफाइल अपराधी को रिहा करने का फैसला किया।

कुख्यात हथियार डीलर है विक्टर बाउट

अमेरिकी अधिकारियों का दावा है कि विक्टर बाउट दुनिया के सबसे कुख्यात हथियारों के डीलरों में से एक है। हालांकि, विक्टर ने हमेशा ही अमेरिका के इन आरोपों से इनकार किया है। विक्टर बाउट सोवियत वायु सेना का पूर्व अधिकारी हैं। सोवियत संघ के विघटन के बाद उसने रूसी नागरिकता ले ली थी। विक्टर के आतंक का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि हॉलीवुड में उनके कारनामों पर एक फिल्म भी बनी है। बाउट को थाईलैंड में अमेरिका की ड्रग्स प्रवर्तन एजेंसी (डीईए) ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से गिरफ्तार किया था। उसे 2010 में थाईलैंड से प्रत्यर्पित कर अमेरिका लाया गया था।

ऐसे गिरफ्त में आया था विक्टर बाउट

आपको बता दें, अमेरिकी खुफिया एजेसिंया विक्टर बाउट के पीछे दो दशकों से पड़ी थी। जब भी उसके पकड़ने के लिए दबिश दी जाती, वह फरार हो जाता था। इस दौरान उसने कई बार फर्जी दस्तावेजों के आधार पर यूरोप, एशिया और अफ्रीकी देशों की यात्रा भी की। अमेरिकी डीईए को विक्टर बाउट के थाईलैंड आने की जानकारी मिली थी। जिसके बाद डीईए के एजेंटों ने कोलंबिया के चरमपंथी रिवोल्यूशनरी आर्म्स फोर्सेज (फार्क) के अधिकारी बन उससे हथियार खरीदने की डील की थी। जैसे ही वह हथियारों की डील की बातचीत को अंतिम रूप देने के लिए सामने आया, थाईलैंड की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

सोवियत विमानों से शुरू किया था ट्रांसपोर्ट बिजनेस

जानकारी दें, विक्टर बाउट का जन्म वर्तमान ताजाकिस्तान में हुआ था, जो पहले सोवियत संघ का हिस्सा था। सोवियत संघ के विघटन के बाद बाउट ने हवाई अड्डों पर छोड़े गए पुराने विमानों के दम पर ट्रांसपोर्ट का बिजनेस शुरू किया। विक्टर के पास एंटोनोव और इल्यूशिन विमान का एक बड़ा बेड़ा था। इसे उस समय के कुछ पूर्व सोवियत पायलट उड़ाते थे। इन विमानों का इस्तेमाल एक जगह से दूसरी जगह सामान को लाने-ले जाने में किया जाता था। अमेरिका ने सुनवाई के दौरान आरोप लगाया कि विक्टर ने अपने विमानों से कई आतंकवादी संगठनों और तानाशाहों को हथियारों की सप्लाई की थी।

संयुक्त राष्ट्र भी बाउट को युद्ध अपराधी घोषित कर चुकी है

संयुक्त राष्ट्र ने भी विक्टर बाउट को अफ्रीकी देश लाइबेरिया के पूर्व राष्ट्रपति चार्ल्स टेलर का सहयोगी घोषित किया था। चार्ल्स टेलर को सियरा लियोन के गृह युद्ध में युद्ध अपराध का दोषी पाया गया था। संयुक्त राष्ट्र ने कहा था कि विक्टर बाउट एक बिजनेसमैन है, जो हथियारों और खनिज का ट्रांसपोर्ट करते हैं। उन्होंने लाइबेरिया के पूर्व राष्ट्रपति चार्ल्स टेलर का साथ दिया ताकि सियरा लियोन को अस्थिर किया जा सके। इसके जरिए वे सियरा लियोन के हीरों तक अपनी पहुंच को स्थापित करना चाहते थे।

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